Kanpur Crime News: बंधक बनाकर महिला से कराते थे देह व्यापार, हालत बिगड़ी तो फेंक गए आरोपी, पीड़िता की मौत
कानपुर (ब्यूरो)। ग्वालटोली में महिला को बंधक बनाकर देह व्यापार कराने वाले केस की पीडि़ता ने शनिवार रात को उर्सला में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। एडीसीपी सेंट्रल महेश कुमार ने बताया कि मौत से पहले महिला ने अपने पुलिस और मजिस्ट्रेटी बयान में बताया है कि वह सहेली ज्योति के पास मदद के लिए पहुंची थी, लेकिन ज्योति ने मदद की बजाए उसे बर्रा निवासी शशि पांडेय को सौंप दिया। उसे आशंका है कि उसे ज्योति ने बेचा है। शशि अपने घर में बंधक बनाकर झाडू पोछा से लेकर खाना बनाने और सारा काम कराती थी। उसे कई दिनों तक खाना नहीं दिया जाता था। विरोध पर गर्म पानी से जलाने और डंडे से बेरहमी से पीटा जाता था। महिला ने अपने बयान में देह व्यापार की बात से इनकार किया है। उन्ळोंने बताया कि जल्द ही एफआईआर में धाराएं बढ़ाने के साथ ही आरोपी सहेली ज्योति और शशि को अरेस्ट करके जेल भेजा जाएगा।
सहेली के पास पहुंची थी महिला
बलरामपुर निवासी युवक ने बताया कि वह दिल्ली में नौकरी करता है। जबकि उसकी 35 साल की पत्नी तीन बच्चियों के साथ गांव में रहती थी। करीब तीन माह पहले झगड़े के बाद पत्नी कानपुर के ग्वालटोली स्थित मायके आने के लिए बस से आ रही थी। कानपुर आने के बाद घंटाघर में उसकी मुलाकात ग्वालटोली में रहने वाली पूर्व परिचित ज्योति से हुई। जो पत्नी को अपने साथ बर्रा में रहने वाली महिला शशि पांडेय के घर ले गई।
आरोप है कि ज्योति और शशि पांडेय ने उनकी पत्नी व बच्चों को बर्रा में एक कमरे में बंधक बना लिया। जहां आरोपी महिलाये पत्नी को बेहोशी का इंजेक्शन देकर उसके साथ देह व्यापार कराती थी। बीते 3 सितम्बर को पत्नी की हालत बिगडऩे पर आरोपी महिलाये उसे ग्वालटोली स्थित शनिदेव मंदिर के पास सडक़ पर मरणासन्न हालत में फेंक कर चली गई। पुलिस ने पत्नी को उर्सला अस्पताल में भर्ती कराकर घटना की जानकारी परिवार वालों को दी थी। इसके बाद पति ने सहेली ज्योति और शशि पांडेय समेत अन्य के खिलाफ ग्वालटोली थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी।