'कॉलेजों को नकल में फंसाने वालों को डिबार करें'
उड़नदस्तों ने कई कॉलेजों को नकल का आरोपी बताया था, यूएफएम कमेटी ने कॉलेजों को आरोपमुक्त किया
KANPUR: सीएसजेएमयू के एनुअल एग्जाम में नकल पकड़ने गए दस्ते ने सैकड़ों कॉलेजों पर सामूहिक नकल का आरोप लगाकर अपनी रिपोर्ट विवि प्रशासन को दी थी। यूएफएम कमेटी ने अपनी जांच पड़ताल में सिर्फ 22 कॉलेजों को नकल के आरोप सही पाए, अन्य कॉलेजों को बरी कर दिया। कमेटी के डिसीजन का यूपी सेल्फ फाइनेंस कॉलेज एसोसिएशन ने वेलकम किया और नकल पकड़ने वाले ऐसे दस्तों को भी डिबार करने की डिमांड परीक्षा नियंत्रक से की। स्टूडेंट्स के फ्यूचर से खिलवाड़एसोसिएशन के प्रेसीडेंट विनय त्रिवेदी की लीडरशिप में थर्सडे को एक डेलीगेशन सीएसजेएमयू के एग्जामनेशन कंट्रोलर डॉ। अनिल यादव से मिला। ज्ञापन देकर डिमांड की गई कि ऐसे उड़नदस्तों को भी डिबार किया जाए जो कि कॉलेजों को नकल के आरोप में फर्जी फंसाते हैं। इनकी वजह से हजारों स्टूडेंट्स बीएड। डीएलएड व बीटीसी के एंट्रेंस में शिरकत नहीं कर पाए। डेलीगेशन में एसो.के ट्रेजरार डॉ.ब्रजेश भदौरिया भी शामिल थे।