बारिश ने जहां लोगों को गर्मी से राहत दी है वहीं दूसरी ओर सब्जियों के भाव में आग लगा दी है. ज्यादातर सब्जियों के भाव दो से तीन गुना तक पहुंच गए हैं. टमाटर तो दिनों दिन लाल होता जा रहा है और सेंचुरी भी लगा दी है. वर्तमान में यह 80 से 100 रुपए किलो में बिक रहा है. पिछले साल की तरह यह डबल सेंचुरी भी लगा सकता है.

कानपुर (ब्यूरो)। बारिश ने जहां लोगों को गर्मी से राहत दी है वहीं दूसरी ओर सब्जियों के भाव में आग लगा दी है। ज्यादातर सब्जियों के भाव दो से तीन गुना तक पहुंच गए हैं। टमाटर तो दिनों दिन लाल होता जा रहा है और सेंचुरी भी लगा दी है। वर्तमान में यह 80 से 100 रुपए किलो में बिक रहा है। पिछले साल की तरह यह डबल सेंचुरी भी लगा सकता है। वहीं बीते 10 दिनों में टमाटर, आलू, प्याज, धनिया और मिर्च आदि के दामों में जोरदार उछाल आया है। इन दामों के बढऩे का कारण कहीं न कहीं बारिश है। व्यापारी सब्जियों के दाम अभी और बढऩे की संभावना जता रहे हैं। बारिश के बाद ही राहत मिलने की उम्मीद है।

बंगलुरू से टमाटर, शिमला मिर्च नासिक से

चकरपुर मंडी के सब्जी आढ़ती सौरभ बताते हैैं कि इस समय लोकल खेतों का टमाटर खत्म हो चुका है। अब बंगलुरू से टमाटर आ रहा है। सिटी में डेली 10 गाड़ी की डिमांड है जबकि सप्लाई की बात करें तो वह केवल चार गाड़ी है। इसके अलावा सड़ भी जल्दी रहा है। वहीं आलू के बारे में बताया कि बीते दिनों कम दाम में लोगों ने कोल्ड स्टोरेज में आलू को स्टोर कर लिया है। वह धीरे धीरे निकाल रहे हैैं। वहीं, सब्जियों के बारे में बताया कि शिमला मिर्च नासिक और पूना से आ रही है। बंद गोभी नासिक और देहरादून से मंगाई जा रही है। इसी तरह अन्य सब्जियां भी बाहर से ही आ रही हैैं। सब्जियां बाहर से आने, जल्दी सडऩे और सप्लाई पूरी न होने की वजह से दाम बढ़े हुए हैैं। बताया कि बरसात के चलते गाडिय़ां भी नहीं आ पा रही हैैं।

100 रुपए डेली की सब्जी आ रही

प्रेमनगर की रहने वाली मीनाक्षी मिश्रा बताया कि 10 दिन पहले तक 200 से 300 रुपए में पांच से सात दिन की सब्जी आ जाती थी। इस समय डेली ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के लिए 100 रुपए की सब्जी आ जा रही है। यह पहली बार नहीं है। हर साल बारिश के समय यही हालात होते हैैं। सैलरी तो उतनी ही रहती है लेकिन बढ़े हुए दामों की वजह से जेब ढीली हो जाती है। गवर्नमेंट को कोई ऐसी पालिसी या सिस्टम बनाना चाहिए, जिससे रेट एक सीमा के बाहर न बढ़ें।

खेतों मेें भरा है पानी

सीएसए के मीडिया प्रभारी और साइंटिस्ट डॉ। खलील खान का कहना है कि बारिश में खेतों में जल निकासी न होने से पानी का भराव हो गया है। ऐसे में सब्जियां सडऩे लगी हैैं। अब हम बाहर से आने वाली सब्जियों के भरोसे हैैं जो कि बरसात की वजह से कम आ पा रही है। एक तो बाहर से आने के कारण दाम बढ़ें हैैं दूसरी ओर सप्लाई भी पूरी नहीं हो पा रही हैै। साथ ही साथ सड़ भी जल्दी रही है। मौसम की एक्टिविटी सामान्य होते ही दाम कम होने की संभावना है।


सब्जियों के दाम (फुटकर मार्केट, प्रतिकिलो में)

नाम वर्तमान 10 दिन पहले
टमाटर 80-100 40-50
आलू 25 35
प्याज 45 30
भिंडी 80 50
धनिया 300 100-120
हरी मिर्च 90 50
शिमला मिर्च 160 80
अदरक 180 150
गोभी (प्रति पीस) 50 30
ब्रोकली (250 ग्राम) 80 50
बंद गोभी (प्रति पीस) 40 30
बैगन 80 60
तरोई 60 30
लौकी 60 30
कद्दू 50 30-35
गाजर 60 40
नींबू (तीन पीस) 20 10
अरबी 80 50
परवल 80 60

Posted By: Inextlive