स्ट्रीट डॉग्स के आतंक में राहत मिलने में अभी दो वर्ष का और समय लगेगा. नवंबर से नगर निगम एक और जाना गांव किशनपुर में एक और एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर खोला जाएगा. अभी फूलबाग में चल रहे सेंटर में डेली 40 स्ट्रीट डॉग्स का स्टरलाइजेशन होता है. दूसरा सेंटर खुलने में और 50 स्ट्रीट डॉग्स का स्टरलाइजेशन शुरू हो जाएगा. इस हिसाब से डेली 90 स्ट्रीट डॉग्स का स्टरलाइजेशन होगा.

कानपुर (ब्यूरो)। स्ट्रीट डॉग्स के आतंक में राहत मिलने में अभी दो वर्ष का और समय लगेगा। नवंबर से नगर निगम एक और जाना गांव किशनपुर में एक और एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर खोला जाएगा। अभी फूलबाग में चल रहे सेंटर में डेली 40 स्ट्रीट डॉग्स का स्टरलाइजेशन होता है। दूसरा सेंटर खुलने में और 50 स्ट्रीट डॉग्स का स्टरलाइजेशन शुरू हो जाएगा। इस हिसाब से डेली 90 स्ट्रीट डॉग्स का स्टरलाइजेशन होगा।

80 हजार स्ट्रीट डॉग्स

नगर निगम का दावा है कि 80 हजार स्ट्रीट डॉग्स है, इसमें 36 हजार का स्टरलाइजेशन हो गया है। दूसरा सेंटर खुलने के बाद 2.6 वर्ष में सभी स्ट्रीट डॉग्स का स्टरलाइजेशन हो जाएगा। इसके बाद राहत मिलेगी.नगर निगम के चीफ वेटेनरी डाक्टर डॉ। आरके निरंजन ने बताया कि दूसरा सेंटर नवंबर में चालू हो जाएगा।

इसके बाद तेजी से स्ट्रीट डॉग्स का स्टरलाइजेशन होगा। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक जहां से स्ट्रीट डॉग्स को पकड़ा जाता है वहीं छोड़ दिया जाता है। इसके अलावा बंदरों को पकडऩे के लिए अभी दो टीमें है और टीमें बनायी जा रही है। इसके लिए ट्रेंड इम्प्लाइज को बुलाया जाएगा ताकि पकड़ सके।

Posted By: Inextlive