आधारशिला रखे जाने के दौरान ट्रांस गंगा सिटी में 10 हजार करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट होने और एक लाख लोगों को रोजगार मिलने का दावा किया गया था. यूपीसीडा के डेवलपमेंट वक्र्स में लापरवाही और मनमाने रवैए के कारण दस वर्ष में एक भी फैक्ट्री चालू नहीं हो सकी है.

कानपुर (ब्यूरो)। आधारशिला रखे जाने के दौरान ट्रांस गंगा सिटी में 10 हजार करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट होने और एक लाख लोगों को रोजगार मिलने का दावा किया गया था। यूपीसीडा के डेवलपमेंट वक्र्स में लापरवाही और मनमाने रवैए के कारण दस वर्ष में एक भी फैक्ट्री चालू नहीं हो सकी है। कितने लोगों को जॉब मिली होगी? आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं। ये स्थिति तब है जब गवर्नमेंट लगातार इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा देने की पुरजोर कोशिश और सहूलियतें दे रही हैं। बावजूद इसके 200 से अधिक इंडस्ट्रियल प्लॉट आदि खाली पड़े हुए हैं। हालांकि अब तक 20 इंडस्ट्रियल प्लॉट जरूर एलॉट हुए हैं। इनमें से आधा दर्जन में कंस्ट्रक्शन चल रहा है।

134 एकड़ से अधिक इंडस्ट्रियल
गंगा बैराज रोड के एक साइड 1144 एकड़ में ट्रांसगंगा सिटी बसाई जा रही है। इसमें लगभग 12 परसेंट एरिया यानि 134 एकड़ से अधिक इंडस्ट्रियल रखा गया है। आधारशिला कार्यक्रम में तत्कालीन चीफ मिनिस्टर और चीफ सेक्रेटरी ने इस सिटी में दस हजार करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट होने और एक लाख लोगों को रोजगार मिलने के दावे किए थे। शायद यही वजह इस सिटी में रेजीडेंशियल से लगभग दो परसेंट ही कम इंडस्ट्रियल एरिया रखा गया था।

एक ही सिटी में घर और फैक्ट्री
इसके पीछे कांसेप्ट ये बताया गया था कि एक ही सिटी में घर और फैक्ट्री होने से इंडस्ट्रियलिस्ट्स को आसानी रहेगी। उन्हें घर और फैक्ट्री को आने-जाने में अधिक दौड़-भाग नहीं करनी पड़ेगी। सिटी में ही स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, हॉस्पिटल, होटल, ऑफिस आदि भी होंगे। इससे इंडस्ट्रियलिस्ट इस सिटी में फैक्ट्री लगाने के लिए तेजी से आगे आएंगे, लेकिन यूपीसीडा यानि यूपी स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (पहले यूपीएसआईडीसी) का ये फंडा अब तक कामयाब नहीं हो सका है।

नॉन पाल्यूटेड इंडस्ट्रीज
ट्रांस गंगा सिटी में नॉन पाल्यूटेड लाइटवेट इंडस्ट्रीज लगाए जाने का दावा किया था। जिससे सिटी में रहने वालों को कोई परेशानी न हो और एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार भी मिल सके। इसी वजह से यहां छोटे से लेकर बड़े साइज तक एक नहीं कई-कई प्लॉट्स रखे गए है। इनमें 233 इंडस्ट्रियल, 7 स्पेशल फ्लैटेड फैक्ट्रीज और 12 फ्लैटेड फैक्ट्रीज के प्लॉट ट्रांस गंगा सिटी में हैं। जिससे किसी को भी निराशा हाथ न लगे। छोटी से लेकर बड़े साइज तक की इंडस्ट्री लगाई जा सके।
डिफेंस कॉरिडोर साढ़ में प्रोडक्शन शुरू
ट्रांसगंगा सिटी से बहुत बाद में साढ़ डिफेंस कॉरिडोर बनाया गया था। यहां लगभग सभी प्लॉट एलॉट हो गए हैं और फैक्ट्रीज लगना शुरू हो गई हैं। एक फैक्ट्री में तो प्रोडक्शन भी शुरू हो गया है। यहां इंडस्ट्रियलिस्ट के और जमीन की मांग को देखते हुए एक्सटेंशन तक की तैयारी हो रही है।

Posted By: Inextlive