Kanpur News: दरोगा ने किया इतना परेशान...युवक ने दे दी जान
कानपुर (ब्यूरो)। रेलबाजार के एक युवक को उसके बहनोई और दरोगा ने इतना परेशान किया है कि उसने ट्रेन से कटकर जान दे दी। युवक की जेब से तीन पन्ने का सुसाइड नोट मिला है। परिजनों का आरोप है कि बहनोई और दरोगा उसे प्रताडि़त कर रहे थे। जिसकी वजह से उसने सुसाइड किया है। उन्होंने जल्द केस दर्ज कराने की बात कही है। वहीं, रेलबाजार पुलिस के मुताबिक मृतक की जेब से सुसाइड नोट बरामद किया गया है। जो कि रोमन हिंदी में लिखा गई है। उसकी हैंडराइटिंग मिलान के लिए फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा।
ट्रेडिंग का काम करता था
मीरपुर निवासी दानिश खान (&0) ट्रेडिंग का काम करता था। फ्राइडे को वह माल रोड स्थित शिव नारायण टंडन सेतु पहुंचा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उसने वहां पर लगभग एक घंटा किसी से बात की। फिर वह पटरी पर लेट गया। ट्रेन दानिश के ऊपर से निकल गई और उसकी गर्दन अलग हो गई।
बहनोई से लेनदेन का विवाद
मृतक के भाई लवी ने बताया कि बहन अंजुम की शादी बेगमपुरवा निवासी सरताज अहमद के साथ की गई थी। सरताज और दानिश ट्रेडिंग का काम करते थे। सालों पहले मीरपुर कैंट में जहां वे रहते थे। वह जमीन मस्जिद की थी। मस्जिद प्रशासन की तरफ से उन्हें अशरफाबाद जाजमऊ में एक फ्लैट मिला। दो साल पहले फ्लैट को बेच दिया।
लवी के मुताबिक, बहनोई सरताज बहन को छोडऩे की धमकी दे रहा था। इस वजह से मां ने उसे चार लाख रुपए दिए थे। उसी दौरान दानिश ने बताया था कि व्यापार के सिलसिले में उसने सरताज से तीन लाख रुपए लिए थे। इसे लेकर विवाद चल रहा था। सरताज ने बहन अंजुम को वादी बनाकर 9 सितंबर 2024 को थाना बाबूपुरवा में कोर्ट के आदेश पर एफआईआर दर्ज करा दी थी। अंजुम ने आरोप लगाया था कि मां रईसा बानो और दानिश ने 20 जुलाई 2024 को अंजुम के घर से चार लाख कैश और 121.200 ग्राम सोने के जेवरात चुरा लिए। इस एफआईआर के लिखाने के बाद विवाद और बढ़ गया था।
दानिश को फोन करके बुला रहा था दारोगा
लवी के मुताबिक, बेगमपुरवा चौकी इंचार्ज को सरताज ने अपने साथ मिला लिया। एफआईआर दर्ज होने के बाद चौकी इंचार्ज को ही इसकी विवेचना दी गई। वह लगातार दानिश को फोन करके बुला रहा था। लवी ने बताया वह कहता था कि पचास हजार रुपए दो और बाकी पैसे एक साल में धीरे धीरे करके चुका देना। मैं तुम्हें सरताज से समय दिला दूंगा। इसी को लेकर दानिश काफी परेशान रहने लगा था। उसी परेशानी में उसने यह कदम उठा लिया।
हरीश चंदर, एडिशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर कानपुर कमिश्नरेट