बूढ़े को जवान बनाने दावा कर ठगी करने के आरोपी राजीव और रश्मी ने अपना मोबाइल फोन और लैपटॉप समेत तमाम डॉक्यूमेंट्स एसआईटी को दिए हैैं. एसआईटी की टेक्निकल विंग इस डेटा को एनालाइज कर रही है. जिस एप का यूज रश्मी और राजीव इस ठगी के लिए कर रहे थे पुलिस ने उसे बनाने वाले की तलाश शुरू कर दी है.


कानपुर (ब्यूरो)। बूढ़े को जवान बनाने दावा कर ठगी करने के आरोपी राजीव और रश्मी ने अपना मोबाइल फोन और लैपटॉप समेत तमाम डॉक्यूमेंट्स एसआईटी को दिए हैैं। एसआईटी की टेक्निकल विंग इस डेटा को एनालाइज कर रही है। जिस एप का यूज रश्मी और राजीव इस ठगी के लिए कर रहे थे पुलिस ने उसे बनाने वाले की तलाश शुरू कर दी है। दरअसल ये एप 2023 में प्ले स्टोर से रिमूव कर दिया गया था। हालांकि आरोपियों ने पुलिस को ये बताया है कि 2023 में जब काम बंद हो गया था तो उन्होंने ये एप बंद कर दिया था। डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि एप बंद कर राजीव और रश्मी पर इविडेंस नष्ट करने का आरोप बन सकता है।

ये था मामला
20 सितंबर को स्वरूप नगर निवासी रेनू चंदेल ने किदवई नगर थाने में एक केस दर्ज कराया था। जिसमें उन्होंने आर्य नगर निवासी राजीव दुबे और रश्मी दुबे को 35 करोड़ रुपये की ठगी का आरोपी बनाया था। केस दर्ज होने के बाद एक के बाद एक इस दंपती से पीडि़त लोग सामने आने लगे। इसी बीच वायु इंडस्ट्रीज के मोहक भी सामने आए जिनका दावा था कि उनको इस मशीन को बनाने का काम सौंपा गया था। पीडि़त लोगों ने बताया कि राजीव और रश्मी ने 65 साल के सीनियर सिटीजन को यूथ बनाने का दावा किया था। हालांकि राजीव और रश्मी ने इस दावे से साफ इन्कार किया है.पूरे प्रकरण की जांच एसआईटी कर रही है।मोबाइल और लैपटॉप कब्जे में लिया गया है, जिसका डेटा एनालाइज किया जा रहा है। साथ ही कुछ डॉक्यूमेेंट्स भी मिले हैैं, जिन्हेें जांच में शामिल किया गया है।अंकिता शर्मा, डीसीपी साउथ कानपुर कमिश्नरेट

Posted By: Inextlive