Kanpur News: हिजाब प्रकरण में एसडीएम व एसीपी जांच करने पहुंचे कॉलेज
कानपुर (ब्यूरो)। कस्बे में स्थित बिल्हौर इंटर कॉलेज में रोक के बावजूद हिजाब पहनकर 22 छात्राओं के कॉलेज आने का मामले में विवाद बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को एसडीएम व एसीपी ने विद्यालय पहुंचकर मामले की जांच की। मामले के सामने आने पर विधायक सुरेंद्र मैथानी की मांग पर डीएम राकेश कुमार सिंह ने एसडीएम रश्मि लांबा को जांच के निर्देश दिए थे। मंडे को व्यस्तता के चलते एसडीएम विद्यालय नहीं पहुंच सकी थीं। वहीं प्रबंध समिति ने भी विद्यालय स्तर से जांच के लिए टीम गठित की थी।
फैमिली मेंबर्स से पूछताछ
एसडीएम रश्मि लांबा के अनुसार मामले को लेकर छात्राओं और उनके फैमिली मेंबर्स से पूछताछ की गई। जिसमें उनके द्वारा स्कार्फ बांध कर आने और कक्षा में आने से पहले उसे खोल देने की जानकारी दी गई। कुछ परिजन आज नहीं आए थे उन्हें पूछताछ के लिए कल बुलाया गया है। कल डीआईओएस को भी बुलाया गया है। क्यों कि वह विभाग के मामले को बेहतर समझ सकते हैं।
ऐसे शुरू हुआ था विवाद
बिल्हौर इंटर कॉलेज में तीन अगस्त को तीन छात्राएं विद्यालय ड्रेस के अतिरिक्त हिजाब में पहुंची थीं। जिस पर टीचर ने आपत्ति जताते हुए निर्धारित ड्रेस में आने के लिए कहा था। जिस पर वह नहीं मानी। मामला प्रधानाचार्य सुरजीत यादव के पास पहुंचने पर उन्होंने भी छात्राओं को समझाने का प्रयास किया था। बिना ड्रेस कालेज में प्रवेश पर रोक लगाए जाने के बाद अभिभावक कालेज पहुंचे थे और अपने गलती भी मानी थी।
प्रबंधक प्रभाकर श्रीवास्तव के अनुसार अभिभावकों के गलती मानने के बाद जब सब कुछ सामान्य हो गया था। इसी बीच एक बार फिर अलग-अलग कक्षाओं में 22 छात्राएं हिजाब में विद्यालय पहुंच गईं। सभी को अलग अलग स्टाफ रूम में बुलाकर पूछताछ की गई और उन्हें समझाया गया। 21 छात्राओं ने अपनी गलती मान ली लेकिन एक छात्रा हिजाब में ही आने पर अड़ गई। लेकिन अभिभावक को बुलाकर लाने के लिए कहने पर वह भी मान गई। वहीं जांच करने पर एक छात्रा के बैग से बुर्का मिला। सभी ने ड्रेस में ही आने की बात कही है। वहीं प्रबंधक ने मामले में साजिश की संभावना जताकर इसे गंभीर करार दिया है। उनके अनुसार प्रकरण में विद्यालय स्तर पर कराई गई जांच में विद्यालय के एक दो शिक्षक व एक दो बाहरी लोगों की भूमिका पाई जा रही है।