Kanpur Crime News: अवनीश की विदेश यात्राओं का डिटेल खंगाल रही पुलिस, 50 नंबरों की लिस्ट लेकर कर रही पूछताछ
कानपुर (ब्यूरो)। सिविल लाइंस की 1700 करोड़ की जमीन पर कब्जे के प्रयास मामले में जेल भेजा गया अवनीश दीक्षित 10 दिन की पुलिस रिमांड पर हैै। इंट्रोगेशन के तीसरे दिन पुलिस ने उन 50 नंबरों की लिस्ट लेकर पूछताछ शुरू की जो अवनीश की बीते छह महीने की सीडीआर के नंबरों से फिल्टर करके निकाली गई थी। पूछताछ में सामने आया है कि अवनीश को कब्जाकांड में पूंजीपतियों, वकीलों और सत्ताधारी नेताओं का एक बड़ा सिंडीकेट सहयोग कर रहा था। वारदात वाले दिन मौके से ही महज 45 मिनट के भीतर छह दर्जन फोन कॉल्स सामने आई हैं। पुलिस सबूतों के साथ इन चेहरों को भी जल्द ही बेनकाब करेगी। वहीं, फर्जी पासपोर्ट से अवनीश के कई फॉरेन टूर करने का भी मामला सामने आया है। पुलिस इसके डिटेल खंगाल रही है। अवनीश और उसके मददगारों का डोजियर भी बनाने का काम पुलिस ने शुरू कर दिया गया है।
रसूखदारों ने फाइनेंस किए फॉरेन टूर
पुलिस को जानकारी मिली है कि अवनीश का पासपोर्ट साल 2021 में खत्म हो गया था, जबकि उसके बाद अवनीश ने विदेश यात्रा की है। पुलिस को अवनीश का एक आपत्तिजनक वीडियो भी मिला है, जो थाइलैैंड का है। पुलिस को जानकारी मिली है कि सटोरिया गिरिजा शंकर शिवहरे अवनीश और उसके परिवार को विदेश टूर पर ले गया था। उसके अलावा कोतवाली इलाके के एक रसूखदार व्यक्ति भी उसे कई बार विदेश टूर पर ले गए थे। इसके अलावा एक और व्यक्ति कुछ दिन पहले ही विदेश से लौटे हैैं। पुलिस जल्द ही इनको सफीना जारी करने वाली है, जिसमें देश छोडऩे से पहले इस रसूखदार व्यक्ति को पुलिस को जानकारी देनी होगी। वहीं, एक अन्य रसूखदार सफेदपोश व्यक्ति का नाम जांच में खुल गया है। इसने 25 लाख रुपये आनंदेश्वर एसोसिएट्स में इनवेस्ट किए थे। पुलिस ये जानने की कोशिश कर रही है कि इतनी रकम क्यों और कैसे इनवेस्ट की थी।
मोबाइल से मिले इविडेंस
अवनीश से डीसीपी ईस्ट आईपीएस श्रवण कुमार की निगरानी में 5 इंस्पेक्टर दो एसीपी की टीम शिफ्टवार पूछताछ कर रही है। पुलिस ने अवनीश से पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने से पहले ही करीब 250 सवालों की लिस्ट तैयार कर रखी थी। महज दो दिन की ही पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारियां हासिल हुई हैं। अवनीश को कानपुर के पूंजीपतियों, अधिवक्ताओं और सत्ताधरी नेताओं के सिंडीकेट से जमीन कब्जाने के लिए संरक्षण मिल रहा था। जमीन में पूंजीपतियों का पैसा लगना था, अधिवक्ताओं ने कानपुर से लेकर हाईकोर्ट तक इस नजूल की संपत्ति को क्लीयर कराने का ठेका लिया और सत्ताधारी नेताओं ने मामले को मैनेज कराने का भरोसा दिलाया था। पुलिस अब जिन बड़े लोगों के नाम सामने आए हैं। उनकी मौजूदगी, कॉल डिटेल, बैंक ट्रांजेक्शन समेत अन्य साक्ष्य जुटा रही है।
25 हजार का इनामी गिरफ्तार
पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष के साथी मनोज यादव उर्फ वसूली बंदर को बादशाहीनाका पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। डीसीपी ईस्ट एसके सिंह ने बताया कि मनोज की फरारी की वजह से 25 हजार का ईनाम घोषित किया गया था। उसके पास से पुलिस ने तमंचा और कारतूस भी बरामद किया है। मनोज की हिस्ट्रीशीट के मुताबिक उसके खिलाफ 8 मुकदमे दर्ज हैैं। वह प्रेस क्लब का उपाध्यक्ष भी था, कुछ दिन पहले ही प्रेस क्लब से उसकी सदस्यता भंग कर दी गई थी। डीसीपी के मुताबिक मनोज की गिरफ्तारी में बादशाहीनाका थाने की पुलिस और क्राइम ब्रांच शामिल है।