शहर में टेंप्रेचर 45 डिग्री के पार है ऐसे में बीमारियां भी बढ़ी हुई हैं. अगर आप गवर्नमेंट हॉस्पिटल में इलाज के लिए जा रहे हैं तो आपको बहुत ही अलर्ट रहने की जरूरत है. क्योंकि इन हॉस्पिटल का ऑनलाइन सिस्टम फेल है. ट्यूजडे को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने जब हैलट उर्सला कांशीराम समेत अन्य गवर्नमेंट हॉस्पिटल का रियलिटी चेक किया तो हालात काफी चौंकााने वाले मिले. यहां ओपीडी में रजिस्ट्रेशन विंडो में लंबी लाइनें लगी मिलीं.

कानपुर (ब्यूरो)। शहर में टेंप्रेचर 45 डिग्री के पार है, ऐसे में बीमारियां भी बढ़ी हुई हैं। अगर आप गवर्नमेंट हॉस्पिटल में इलाज के लिए जा रहे हैं तो आपको बहुत ही अलर्ट रहने की जरूरत है। क्योंकि इन हॉस्पिटल का ऑनलाइन सिस्टम फेल है। ट्यूजडे को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने जब हैलट, उर्सला, कांशीराम समेत अन्य गवर्नमेंट हॉस्पिटल का रियलिटी चेक किया तो हालात काफी चौंकााने वाले मिले। यहां ओपीडी में रजिस्ट्रेशन विंडो में लंबी लाइनें लगी मिलीं। पेशेंट्स ने बताया कि ने बताया कि आए दिन सर्वर डाउन होने से रजिस्ट्रेशन कराने में एक-एक घंटा लग जाता है। जिसके चलते मरीजों के साथ ही अटेंडेंट को भी परेशान होना पड़ रहा है।


लाइन लंबी हुई, तो मैनुअल पर्चे बनाए

कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल की ओपीडी में रजिस्ट्रेशन काउंटर में पेशेंट की लंबी कतारें लगी हुई थी। लाइन में लगे पेशेंट से पूछा तो पता चला कि सुबह से ही सर्वर डाउन की समस्या बता रहे हैं। पहले तो एक घंटे तक पेशेंट नियमानुसार अपने मोबाइल से एप के माध्यम से टोकन नंबर लेने का प्रयास करते रहे। जिसके बाद काउंटर में सर्वर की वजह से काफी समय लगने लगा। लिहाजा लाइन और लंबी होती जा रही थी। इसके बाद स्टॉफ ने मैनुअल पर्चे बनाने शुरु किए। जिसके बाद लोगों को राहत मिली।


दो घंटे में पहुंचे डॉक्टर के पास

मुरारी लाल चेस्ट हॉस्पिटल में रजिस्ट्रेशन विंडो में 10 से 12 लोगों की भीड़ थी लेकिन ओपीडी में डॉक्टर रूम के बाद पेशेंट की लंबी कतार लगी हुई थी। वहीं डॉक्टर रूम के बाद लगी बेंच में दर्जनों की संख्या में पेशेंट अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। एक पेशेंट से पूछने पर पता चला कि रजिस्ट्रेशन कराने से लेकर डॉक्टर के रूम तक पहुंचने में लगभग दो घंटे लग जाते हैं। ऐसी गर्मी में विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है।


दो जगह लगानी पड़ रही लाइन

हैलट हॉस्पिटल की ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर में लंबी लाइन लगी हुई थी। पेशेंट पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन काउंटर में अपने मोबाइल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर टोकन नंबर ले रहे थे। उसके बाद रजिस्ट्रेशन काउंटर में जाकर पर्चा बनवा रहे थे। पेशेंट से पूछने पर उसने बताया कि पहले तो एक जगह ही लाइन लगानी पड़ती थी अब पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन विंडो में लाइन लगाओ और उसके बाद पर्चा बनवाने के लिए लाइन लगाना पड़ता है। ऊपर से आए दिन सर्वर डाउन होने से कई और समस्या फेस करनी पड़ती है


आए दिन सर्वर की समस्या रहती
उर्सला हॉस्पिटल की ओपीडी में सैकड़ों की संख्या में हॉल में पेशेंट बैठे व खड़े थे। रजिस्ट्रेशन लाइन में पेशेंट की लंबी लाइन लगी हुई थी। वहीं डॉक्टर्स के रूम के बाद पेशेंट अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। वहीं सीढिय़ों के पास दो वॉलेंटियर खड़े ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने में मदद कर रहे थे। पेशेंट ने बताया कि सर्वर की समस्या आए दिन रहती है। जिससे रजिस्ट्रेशन कराने में डेढ़ से दो घंटे डॉक्टर तक पहुंचने में लग जाता है।

Posted By: Inextlive