ट्रेन में सफर करने वाले लाखों पैसेंजर्स के लिए अच्छी खबर है. अब सफर के दौरान किसी प्रकार की हेल्थ रिलेटेड प्रॉब्लम पर ट्रीटमेंट के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. पैसेंजर्स को स्टेशन पर ही हर तरह की मेडिकल फैसिलिटी मिलेगी. इसके लिए कानपुर सेंट्रल गोविंदपुरी अनवरगंज व पनकी धाम स्टेशन पर पॉलीक्लीनिक खोले जाएंगे. इन पॉलीक्लीनिक पर 24 घंटे डॉक्टर नर्स और फार्मासिस्ट की तैनाती रहेगी. डिलीवरी कराने से टांके लगाने की व्यवस्था यहां पर होगी.

कानपुर (ब्यूरो)। ट्रेन में सफर करने वाले लाखों पैसेंजर्स के लिए अच्छी खबर है। अब सफर के दौरान किसी प्रकार की हेल्थ रिलेटेड प्रॉब्लम पर ट्रीटमेंट के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। पैसेंजर्स को स्टेशन पर ही हर तरह की मेडिकल फैसिलिटी मिलेगी। इसके लिए कानपुर सेंट्रल, गोविंदपुरी, अनवरगंज व पनकी धाम स्टेशन पर पॉलीक्लीनिक खोले जाएंगे। इन पॉलीक्लीनिक पर 24 घंटे डॉक्टर, नर्स और फार्मासिस्ट की तैनाती रहेगी। डिलीवरी कराने से टांके लगाने की व्यवस्था यहां पर होगी। स्थिति बिगडऩे पर एंबुलेंस की सुविधा भी मिलेगी। ट्रीटमेंट में देरी के कारण पैसेंजर की जान नहीं जाएगी।

अभी है यह व्यवस्था
रेलवे ऑफिसर्स के मुताबिक वर्तमान में पैसेंजर को मेडिकल सुविधा की जरूरत पडऩे पर रेलबाजार स्थित रेलवे लोको हॉस्पिटल से डॉक्टर को कॉल कर बुलाया जाता है। इस प्रॉसेस और डॉक्टर के स्टेशन पहुंचने में समय लगता है। पॉलीक्लीनिक खुल जाने से डॉक्टर से लेकर सारे इंतजाम स्टेशन पर ही होंगे। फार्मासिस्ट और पैरामेडिकल स्टाफ भी तैनात किया जाएगा। पैसेंजर के स्टेशन पहुंचने पर उसे तुरंत ट्रीटमेंट मिलेगा।

पीपीपी मॉडल से होगी संचालित

क्लीनिक में डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ के साथ फार्मासिस्ट की तैनाती की जाएगी। इसकी शुरुआत सेंट्रल स्टेशन से जल्द की जाएगी। जबकि अन्य तीनों स्टेशनों पर जगह चिन्हित की जा रही है। पॉलीक्लीनिक पीपीपी मॉडल पर चलेगी। सेंट्रल स्टेशन पर क्लीनिक की जिम्मेदारी सिटी के एक नामी नर्सिंगहोम को मिली है। वहीं गोविंदपुरी, पनकी व अनवरगंज में रीडेवलपमेंट वर्क चलने की वजह से अभी जगह चिन्हित कर मेडिकल सेवाएं मुहैया कराने वाली कंपनी को चिन्हित किया जाएगा।

एक किमी दूर से बुलाते डॉक्टर

कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर से डेली 278 से अधिक ट्रेनों का आवागमन है। जिसमें डेली लाखों पैसेंजर्स सफर करते हैं। जर्नी के दौरान अक्सर पैसेंजर्स की तबियत बिगडऩे के मामले सामने आते हैं। जिसकी सूचना टीटीई के माध्यम से पैसेंजर रेलवे कंट्रोल रूम को देता है। जिसके बाद स्टेशन करीब एक किलोमीटर दूर स्थित लोको हॉस्पिटल से डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ को कॉल कर बुलाया जाता है। जो पैसेंजर को ट्रीटमेंट मुहैया कराते है। इससे पेशेंट को तो ट्रीटमेंट मिलने में देरी होती है वहीं दूसरी ओर हॉस्पिटल का भी कार्य प्रभावित होता है। इस समस्या को खत्म करने के लिए स्टेशन पर पॉलीक्लीनिक खोलने का निर्णय लिया गया है।

प्लेटफार्म एक पर बनाई जाएगी

रेलवे आफिसर्स के मुताबिक सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पॉली क्लीनिक बनाई जाएगी। क्लीनिक में फस्र्ट एड की सारी सुविधाएं पेशेंट को मिलेगी। इसके अलावा ऑक्सीजन सिलेंडर, टांके लगाने और इमरजेंसी स्थिति में महिला की डिलीवरी कराने की भी सुविधा होगी। ऑफिसर्स के मुताबिक पूर्वांचल इलाके से बड़ी संख्या में कैंसर पेशेंट मुम्बई ट्रीटमेंट को जाते है। जिनको कई बार ऑक्सीजन सिलेंडर की डिमांड होती है। अभी मार्केट से ऑक्सीजन सिलेंडर खरीद कर पेशेंट को मुहैया कराया जाता है।

24 घंटे मिलेगी एंबुलेंस की सुविधा

पॉलीक्लीनिक खुलने के साथ ही स्टेशन पर ही पैसेंजर्स की सुविधा के लिए 24 घंटे एंबुलेंस तैनात की जाएगी। जोकि गंभीर पेशेंट को नजदीकी हॉस्पिटल में ट्रीटमेंट के लिए भर्ती कराएगी। वर्तमान में पेशेंट को एंबुलेंस की सुविधा मुहैया कराने के लिए लोको हॉस्पिटल में कॉल कर एंबुलेंस मंगाई जाती है। कई बार एंबुलेंस स्टेशन आने और पेशेंट को हॉस्पिटल पहुंचने में देर कर देती है।

आंकड़े
- 278 से अधिक पैसेंजर्स ट्रेनों का डेली है आवागमन
- 10 लाख से अधिक पैसेंजर डेली करते हैं सफर
- 4 स्टेशनों में पॉली क्लीनिक खोलने की तैयारी
- 24 घंटे डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टॉफ की रहेगी तैनाती

Posted By: Inextlive