क्रिमिनल्स को पकडऩे लिए शपथ लेने वाले पुलिसकर्मी उल्टा क्रिमिनल्स के लिए ही काम कर रहे हैं. ऐसे दर्जनों मामले सामने आ चुके हैं. ताजा मामला नजीराबाद थानाक्षेत्र की जेके मंदिर चौकी का है. छापेमारी की सूचना जुआरियों को देने के मामले में सीनियर पुलिस ऑफिसर्स ने एडीसीपी सेंट्रल की रिपोर्ट पर जेके मंदिर चौकी इंचार्ज राजन मौर्या को निलंबित कर दिया. एडिशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर हरीश चंदर ने बताया कि सस्पेंड करने के बाद विभागीय जांच की जा रही है.

कानपुर (ब्यूरो)। क्रिमिनल्स को पकडऩे लिए शपथ लेने वाले पुलिसकर्मी उल्टा क्रिमिनल्स के लिए ही काम कर रहे हैं। ऐसे दर्जनों मामले सामने आ चुके हैं। ताजा मामला नजीराबाद थानाक्षेत्र की जेके मंदिर चौकी का है। छापेमारी की सूचना जुआरियों को देने के मामले में सीनियर पुलिस ऑफिसर्स ने एडीसीपी सेंट्रल की रिपोर्ट पर जेके मंदिर चौकी इंचार्ज राजन मौर्या को निलंबित कर दिया। एडिशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर हरीश चंदर ने बताया कि सस्पेंड करने के बाद विभागीय जांच की जा रही है।

ये था पूरा मामला
कर्नलगंज पुलिस ने पिछले दिनों थानाक्षेत्र स्थित बंद चल रहे स्कूल से आरोपी कुली बाजार निवासी जुआ माफिया मासूम अली को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस दौरान आरोपी के साथी नावेद, तलहा, सफीक उर्फ जैन, राजा बरक और शारिक अंधेरे का फायदा उठाते हुए फरार हो गए। मासूम अली के पास मिली डायरी में पत्रकार सनी जायसवाल, लकी ठाकुर, राजा अहिरवार और विकास अवस्थी का नाम लिखा मिला था। विकास को 20 हजार रुपये महीने देने की बात भी डायरी में लिखी थी।

दबिश टीम में शामिल
बीते सैटरडे को पुलिस को सफीक उर्फ जैन के संबंध में जानकारी मिली थी। इंस्पेक्टर कर्नलगंज टीम के साथ उसे पकडऩे के लिए गए थे। ठिकाने से कुछ दूर पहले चौकी इंचार्ज राजन मौर्या ने दबिश टीम मेें शामिल एक दारोगा को बताया कि उनके यहां पुलिस कमिश्नर पहुंच रहे हैैं। इस वजह से पुलिस की टीम देर से पहुंची। माना जा रहा है कि राजन मौर्या ने इसकी जानकारी सफीक उर्फ जैन तक पहुंचा दी।

Posted By: Inextlive