महंगी बिजली के 'झटके' से बचाएगा वन नेशन वन ग्रिड
- देश की पांचों ग्रिड को जोड़ने के साथ ही ट्रांसमिशन लाइनों की कैपेसिटी बढ़ाने पर होगा काम
-देश भर में जिस भी जेनरेशन प्लांट से सस्ती बिजली मिलेगी वहां से खरीद सकेगा यूपीपीसीएल -अभी सिर्फ नॉर्थ ग्रिड से जुड़े प्राइवेट व गवर्नमेंट के पॉवर प्लांट से ही यूपी खरीदता है बिजली KANPUR: नार्थ ग्रिड से जुड़े यूपी में लगभग हर साल टैरिफ हाइक के कारण कारण बिजली लोगों को झटका दे रही है। इस बार तो बिजली जोर का झटका देने वाली है। क्योंकि करीब 25 परसेंट पॉवर टैरिफ हाइक प्रपोज की गई है। ऐसे में फ्राईडे को पेश किए गए आम बजट बजट में वन नेशन वन ग्रिड के जरिए महंगी बिजली से छुटकारा दिलाने के दावे किए गए हैं। किसी भी स्टेट से ले सकेंगेकेस्को ऑफिसर्स के मुताबिक, बिजली के दाम तेजी से बढ़ने की मुख्य वजह महंगी बिजली मिलना है। उत्तर प्रदेश जल विद्युत उत्पादन निगम के डायरेक्टर अजय कुमार ने बताया कि देश में नॉदर्न, ईस्टर्न, सदर्न, वेस्टर्न और नार्थ-ईस्टर्न सभी पांचों ग्रिड आपस में जुड़ चुकी हैं। पर ट्रांसमिशन लाइन की कैपेसिटी इतनी नहीं है कि हर स्टेट की बिजली दूसरे प्रदेश तक पहुंचाई जा सके, जबकि अरुणाचल, सिक्किम अपनी जरूरत से लगभग चार गुना बिजली उत्पादन करते हैं।
सिर्फ नॉर्दन ग्रिड से
अभी यूपी में नॉदर्न ग्रिड से जुड़े गवर्नमेंट और प्राइवेट सेक्टर के पॉवर जेनरेशन प्लांट से ही बिजली ली जा सकती है। यह नॉदर्न ग्रिड यूपी, हिमांचल, उत्तराखंड, पंजाब, दिल्ली, चंडीगढ़ सहित 9 स्टेट को कवर करती है। इनमें प्रमुख रूप से पॉवर जेनरेशन प्लांट रोजा, शासन, एनटीपीसी दादरी व सिंगरौली, सतलुज पंजाब, टिहरी उत्तराखंड, न्यूक्लियर पॉवर प्लांट रावतभाटा राजस्थान आदि शामिल हैं। बार-बार हाइक नहीं फिलहाल वन ग्रिड के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट का पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन लि। ट्रांसमिशन लाइनों की कैपेसिटी बढ़ाने आदि पर काम कर रहा है। जिससे कि हर एक स्टेट की बिजली दूसरे प्रदेश तक पहुंचाई जा सके। वन ग्रिड हो जाने से देशभर में जहां भी सस्ती बिजली होगी वहां से यूपीपीसीएल खरीद सकेगा। । यूपी में यूं हुई टैरिफ हाइक फा.ई.-- परसेंट 2019-20-- 25 परसेंट (प्रपोज्ड) 2017-18-- 12.73 2016-17-- 3.18 2015-16-- 5.47 2014-15-- 8.90 2013-14-- 6.58 2012-13-- 17.60 - 5 ग्रिड हैं देश में नॉदर्न, वेस्टर्न, ईस्टर्न, सदर्न और नार्थ-ईस्टर्न (5 ग्रिड) -9 स्टेट जुड़े हैं नादर्न ग्रिड उत्तराखंड, यूपी, दिल्ली, हिमांचल, राजस्थान,चंडीगढ़, हरियाणा, पंजाब और जम्मू एंड शामिल-5 ग्रिड आपस में हैं जुड़ चुकी हैं, पर ट्रांसमिशन लाइनों और उनकी कैपेसिटी कम होना समस्या बना है
--ट्रांसमिशन लाइनों और उनकी कम कैपेसिटी की वजह से हरएक स्टेट की बिजली दूसरे प्रदेश तक नहीं आ पाती है