पनकी आउटर पर वीआईपी ट्रेनों में नहीं लगेगा 'ब्रेक'
- भाऊपुर-पनकी के बीच रेलवे की चौथी लाइन बिछाने की शुरुआत हुई
- रेलवे अधिकारियों के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया भूमिपूजन - चौथा रेलवे ट्रैक बिछने से लाखों पैसेंजर्स को मिलेगी रिलीफ KANPUR। भाऊपुर-पनकी स्टेशन के बीच में रेलवे ने चौथी रेलवे लाइन बिछाने का काम मंडे से शुरू कर दिया है। भाऊपुर-पनकी के बीच चौथा ट्रैक बिछाए जाने से दिल्ली-कानपुर के बीच जर्नी करने वाले लाखों रेलवे पैसेंजर्स को राहत मिलेगी। वर्तमान में ट्रैक की संख्या कम होने की वजह से दिल्ली से कानपुर आने वाली वीआईपी समेत नार्मल ट्रेनें भी पनकी से कानपुर सेंट्रल के बीच में बैलगाड़ी की चाल से चलती हैं। जिससे 10 किमी का सफर एक घंटे से अधिक समय में ट्रेन तय कर पाती है। 11 किमी तक नया ट्रैकरेलवे आफिसर्स के मुताबिक पनकी से भाऊपुर 11 किमी तक चौथा रेलवे ट्रैक बिछाने का काम मंडे से शुरू हो गया। जिससे आने वाले समय में दिल्ली से कानपुर आने वाली ट्रेनें भाऊपुर व पनकी आउटर में घंटों सिग्नल प्रॉब्लम की वजह से नहीं खड़ी रहेंगी। उन्होंने बताया कि 11 किमी के अंदर में चौथे ट्रैक में तीन से चार ट्रेनें अर्जेस्ट हो जाएंगी। जिससे फर्स्ट, सेकेंड व थर्ड रेलवे ट्रैक से ट्रेनों का लोड कम हो जाएगा।
मार्च 2021 तक प्रोजेक्ट पूरा होगा
इलाहाबाद पीआरओ अमित मालवीय ने बताया कि भाऊपुर-पनकी के बीच 11 किमी तक बिछाए जा रहे चौथे रेलवे ट्रैक का वर्क 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है। टेंडर लेने वाली कंपनी को मार्च 2021 तक का वर्क पूरा करने का टॉरगेट दिया गया है। उन्होंने बताया कि मंडे को भूमि पूजन के दौरान रेलवे के अधिकारी समेत भाजपा विधायक समेत कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। 17 किमी का सफर डेढ़ घंटे में कानपुर सेंट्रल स्टेशन के आउटर साइड में रेलवे ट्रैक की संख्या कम व ट्रेनों का लोड अधिक है। जिसकी वजह से दिल्ली से कानपुर की तरफ आने वाली ट्रेनें भाऊपुर क्रास करते ही धीमी हो जाती है। कई बार तो सिग्नल की प्राब्लम की वजह से ट्रेनें पनकी क्षेत्र में घंटों खड़ी रहती है। भाऊपुर से कानपुर सेंट्रल स्टेशन आने तक ट्रेन लगभग डेढ़ घंटे ले लेती है। ट्रेन लेट होने से पैसेंजर्स को परेशानी का सामना करना पड़ता है।