बैैंक एग्जाम की तैयारी करने के लिए बांदा से प्रयागराज गई छात्रा की उसके दोस्त ने 25 अक्टूबर को हत्या कर शव उरई ले जाकर फेंक दिया था. फिर 18 दिनों तक छात्रा के घर वालों से उसके मोबाइल से ही चैटिंग कर गुमराह करता रहा. घर वालों को शक हुआ तो पुलिस से शिकायत की. पुलिस ने छात्रा का फोन सर्विलांस पर लगाया तो लोकेशन कानपुर मिली. उरई पुलिस ने हत्यारोपी दोस्त को कल्याणपुर से गिरफ्तार कर लिया.

कानपुर (ब्यूरो)। बैैंक एग्जाम की तैयारी करने के लिए बांदा से प्रयागराज गई छात्रा की उसके दोस्त ने 25 अक्टूबर को हत्या कर शव उरई ले जाकर फेंक दिया था। फिर 18 दिनों तक छात्रा के घर वालों से उसके मोबाइल से ही चैटिंग कर गुमराह करता रहा। घर वालों को शक हुआ तो पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने छात्रा का फोन सर्विलांस पर लगाया तो लोकेशन कानपुर मिली। उरई पुलिस ने हत्यारोपी दोस्त को कल्याणपुर से गिरफ्तार कर लिया।

बांदा में रहने वाली थी छात्रा
बांदा निवासी छात्रा सोनाली के भाई के शिवम ने बताया कि तीन साल पहले बहन सोनाली(23) बीकॉम करने कानपुर आई थी। वहां कल्याणपुर में शेखर शुक्ला के हॉस्टल रहने लगी। इस दौरान शेखर से उसकी दोस्ती हो गई। धीरे-धीरे शेखर हमारे घर बांदा भी आने-जाने लगा था। कानपुर से बीकॉम पूरा करने के बाद सोनाली बैंक एग्जाम की तैयारी करने सितंबर, 2024 में प्रयागराज चली गई। इस बीच सोनाली से मिलने शेखर प्रयागराज भी जाता था। हम लोगों को सोनाली सारी बातें बताती थी। शिवम ने बताया कि सोनाली दशहरा पर घर आई थी। मैंने 18 अक्टूबर को उसे प्रयागराज जाने वाली बस में बैठा दिया था।

शिवम के मुताबिक, सोनाली की 25 अक्टूबर तक परिवार के लोगों से बात हुई। लेकिन, अचानक सोनाली ने फोन करना बंद कर दिया। वह केवल वॉट्सऐप पर मैसेज करके ही बात करने लगी। शक होने पर हमने वीडियो कॉल करने के लिए कहा, लेकिन उसने फोन नहीं किया। मैंने बताया कि पापा की तबीयत बिगड़ रही है। वो तुमसे बात करना चाहते हैं। इसके बावजूद उसका कॉल नहीं आया। इसके बाद हम लोगों ने प्रयागराज में उसके हॉस्टल पहुंचे। वहां पता चला कि वो तो अब तक हॉस्टल लौटी ही नहीं। अनहोनी का शक होने पर 10 नवंबर को बांदा में पुलिस से शिकायत की।

उरई पुलिस को 25 अक्टूबर को मिली थी दीदी की लाश

बांदा पुलिस को 12 नवंबर को उरई पुलिस से जानकारी मिली कि 25 अक्टूबर की रात उन्हें हाईवे के किनारे एक युवती की लाश मिली थी। परिजनों का कोई पता नहीं चलने पर पोस्टमॉर्टम कराकर अंतिम संस्कार कर दिया। बांदा पुलिस ने उरई पुलिस से युवती की फोटो मंगवाई। फोटो देखकर हम सबके पैरों तले जमीन खिसक गई। फोटो सोनाली की ही थी। इसके बाद पुलिस ने सोनाली के फोन की आखिरी लोकेशन ट्रेस की तो वह कानपुर के कृष्णानगर की निकली। इसके बाद पुलिस कानपुर पहुंची और शेखर शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया और बांदा ले आई।

सर्विलांस की मदद से पकड़ा गया

सीओ सिटी राजीव प्रताप सिंह का कहना है कि 10 नवंबर को लड़की के परिजनों की शिकायत पर बांदा में मुकदमा दर्ज किया गया था। सर्विलांस लोकेशन के आधार पर कानपुर के रहने वाले शेखर शुक्ला को गिरफ्तार किया गया। मामले की जांच की जा रही है। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को उसने बताया कि उसका युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। वह उसे प्रयागराज बुलाती थी। 21 अक्टूबर को उसे प्रयागराज बुलाया था। कहा था कि मिलने नहीं आया तो वह खुदकुशी कर लेगी। वह अपनी कार से युवती के कमरे में गया। लेकिन इस बीच उसने खुदकुशी कर ली थी। उसने फंसने के भय से कार में शव ले जाकर वहां फेंका है।

भीड़ ने जमकर की पिटाई

आरोपी शेखर शुक्ला को बांदा पुलिस जब सिविल लाइंस चौकी लेकर आई तो वहां सोनाली के फैमिली मेंबर्स भी खोजते हुए पहुंच गए। आरोपी को देखते ही भीड़ का गुस्सा भड़क गया। पुलिस जब तक उसे बचाती दर्जनों थप्पड़ व लात-घूंसे आरोपी को पड़े।

Posted By: Inextlive