प्रमुख सचिव के निरीक्षण में फंसे कानपुर के बिजली अधिकारी
- जैनपुर सबस्टेशन पहुंचे नोडल अधिकारी, गैरहाजिर अवर अभियंता निलंबित
- सहायक और अधिशासी अभियंता का तबादला, अधीक्षण अभियंता से मांगा स्पष्टीकरण KANPUR : बिजली व्यवस्था में सुधार के लिए शासन स्तर से होने वाले दावों को विभागीय अधिकारी ही ठेंगा दिखा रहे हैं। बतौर नोडल अधिकारी कानपुर पहुंचे प्रमुख सचिव ऊर्जा आलोक कुमार ने जैनपुर पारेषण सबस्टेशन का निरीक्षण किया तो लापरवाही उजागर हो गई। उन्होंने गैर हाजिर अवर अभियंता को निलंबित कर दिया। सहायक अभियंता और अधिशासी अभियंता का तबादला कर दिया। जबकि अधीक्षण अभियंता से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। दो दिवसीय दौरे परउप्र पारेषण कार्पोरेशन के प्रबंध निदेशक ने बताया कि पावर कार्पोरेशन के प्रबंध निदेशक आलोक कुमार कानपुर के दो दिवसीय दौरे पर हैं। वह 132 केवी पारेषण उपकेंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे तो अवर अभियंता कमलाशंकर अनुपस्थित थे। पता चला कि वह कानपुर मुख्यालय में ही रहते हैं। लॉगबुक में आठ अक्टूबर के बाद से उनके हस्ताक्षर ही नहीं थे। सहायक अभियंता रमाकांत दीक्षित के भी हस्ताक्षर नहीं थे। अधिशासी अभियंता ज्ञानेंद्र कुमार ने चार जुलाई 2018 के बाद सबस्टेशन का निरीक्षण ही नहीं किया। इस लापरवाही के लिए अवर अभियंता को निलंबित कर मिर्जापुर स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय से सम्बद्ध किया गया है। सहायक अभियंता और अधिशासी अभियंता को आरोप-पत्र देते हुए स्थानांतरित कर दिया गया है। वहीं, अधीक्षण अभियंता एसके पुरवार को नोटिस देकर अधीनस्थों से अनुपालन न कराने का स्पष्टीकरण मांगा गया है।