Kanpur News: संदिग्ध मेटल की गहन जांच की कर्मचारियों के दर्ज किए बयान
कानपुर (ब्यूरो)। साबरमती ट्रेन हादसे के मामले में बुधवार को रेलवे एसएजी की टीम पुलिस चौकी पहुंची और रेल अधिकारियों ने ट्रैक से मिला मेटल देखा। इसी मेटल से टकराकर ट्रेन के डिरेलमेंट की आशंका जताई गई है। डीसीपी वेस्ट राजेश कुमार सिंह ने बताया कि एसएजी की टीम ने मेटल पीस की जांच की और चली गई। गुरुवार को जांच पूरी होने के बाद सफीना देकर हादसे से संबंधित पूछताछ की जाएगी। रेलवे की पांच सदस्यीय एसएजी टीम ने साबरमती एक्सप्रेस दुर्घटना के मामले में करीब 80 रेलकर्मियों को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया है। इनमेंं से कई लोगों के बयान दर्ज हो चुके हैं।
80 लोगों के होंगे बयान
बयान दर्ज करने और साक्ष्यों को देखने के बाद टीम दो बार घटनास्थल पर भी पहुंची और रेलवे के पुराना कानपुर स्टेशन स्थित ट्रैक पर भी परीक्षण करके देखा। साबरमती एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद झांसी सेक्शन के पनकी इंडस्ट्रियल एरिया स्थित अप और डाउन ट्रैक के बीच में लोहे का पटरी का टुकड़ा मिला था। चर्चा चली कि इस टुकड़े को क्लैंप से पटरी पर बांधा गया था। ऐसे में एसएजी टीम ने पुराना कानपुर स्थित रेल ट्रैक पर पटरी के टुकड़े के साथ परीक्षण किया। यहां से टीम पनकी पहुंची और घटनास्थल के परीक्षण के साथ थाना प्रभारी से भी बातचीत की। इसके बाद एसएजी टीम न्यू कोङ्क्षचग कांप्लेक्स पहुंची जहां दुर्घटनाग्रस्त साबरमती एक्सप्रेस के इंजन का परीक्षण किया।
प्रत्येक ट्रेन के इंजन के ब्लैक बॉक्स में स्पीडो मीटर लगा होता है। ये स्पीडो मीटर घटना के समय ट्रेन की स्पीड के साथ ही तात्कालिक परिस्थितियों के बारे में भी जानकारी देता है। दरअसल झटके से जब इंजन रुकता है तो उसका मीटर उसी स्थिति में बंद हो जाता है। एसएजी की टीम ने स्पीडोमीटर को जब्त कर लिया है। इसका परीक्षण किया जा रहा है। जांच की दिशा तय करने में स्पीडोमीटर से भी कुछ अहम जानकारियां मिलने की बात अधिकारी कह रहे हैं।
इनके बयान लिए जा रहे
लोको पायलट एपी ङ्क्षसह बुंदेला, चेतराम मीना, सुबोध तिवारी, दिनेश कुमार, आरपी ङ्क्षसह, संजय कुरील, संजेश कुमार, धर्मवीर, रोशनलाल, विजय कुमार, दीपक कुमार, एके भसीन, आशीष गुप्ता, मदन वर्मा, कमलेश कुमार, एमपीएस सिसोदिया, दीपू कुमार, अनूप सक्सेना, वीके यादव, मुकेश कुमार, अमित कुमार, केपी सोनी, दयाराम मीना, साबरमती एक्सप्रेस में तैनात जीआरपी और आरपीएफ स्टाफ, टिकट चेङ्क्षकग स्टाफ, ट्रेन को सेंट्रल स्टेशन पर चेक करने वाले कैरेज एंड वैगन डिपार्टमेंट के कर्मियों को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया है।
प्रयागराज मुख्यालय के सेफ्टी डिपार्टमेंट की ओर से डिप्टी चीफ सेफ्टी ऑफिसर ओपी ङ्क्षसह की ओर से सूचना जारी की गई है। इसमें आम जनमानस से साबरमती एक्सप्रेस के दुर्घटना के संबंध में जानकारी मांगी गई है। प्रयागराज मुख्यालय के जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि दुर्घटना के संबंध में जिसे भी कोई जानकारी हो वह रेलवे को दे सकता है। 630 मीटर में 590 स्लीपर बदले
झांसी सेक्शन के पनकी इंडस्ट्रियल एरिया में अप लाइन को रेलवे ने अपडेट कर दिया है। साबरमती एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद अप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी। रेलवे ने ट्रेनों के संचालन के लिए लोहे के स्लीपर लगाकर ट्रैक को शुरू कर दिया था। इसके बाद ब्लाक लेकर लोहे की स्लीपर की जगह कंक्रीट के स्लीपर लगाने का काम शुरू किया। बुधवार को यह काम पूरा कर लिया गया। अप लाइन के 630 मीटर हिस्से में 590 कंक्रीट के स्लीपर लगाए गए हैं।