मेटर्निटी ब्लॉक में हाइब्रिड एचडीयू
- अपर इंडिया शुगर एक्सचेंज हॉस्पिटल के नए मेटर्निटी ब्लॉक में शुरू होगा 8 बेड का हाइब्रिड एचडीयू
- 2 बेड आईसीयू और 6 बेड की हाई डिपेंडेंसी यूनिट बनेगी, गायनी पेशेंट्स को मिलेगी स्पेशिएलिटी क्रिटिकल केयर >kanpur@inext.co.in KANPUR: जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के अपर इंडिया शुगर एक्सचेंज हास्पिटल में गायनी की क्रिटिकल पेशेंट्स को अब ज्यादा बेहतर ट्रीटमेंट मिल सकेगा। ऑब्स एंड गायनी की क्रिटिकल पेशेंट्स के लिए कानपुर में पहला डेडीकेटेड हाईब्रिड एचडीयू शुरू होगा। जिसमें हाई डिपेंडेंसी के साथ इंटेसिव क्रिटिकल केयर भी मिलेगी। हास्पिटल की नई 100 बेडेड मेटर्निटी में यह 8 बेड का हाईब्रिड एचडीयू शुरू होगा। जिसे हैंडओवर लेने का प्रोसेस भी शुरू हो चुका है। बेहतर होगी क्रिटिकल केयरमेडिकल कालेज के अपर इंडिया मेटर्निटी हास्पिटल में अभी कानपुर समेत आसपास के एक दर्जन डिस्ट्रिक्ट्स से क्रिटिकल पेशेंट्स आती हैं। इसमें ज्यादातर सीवियर एनीमिक,सेप्सिस और हाई रिस्क प्रेगनेंसी वाली महिलाएं होती हैं। जिन्हें टर्सरी केयर की जरूरत होती है। अभी ऑब्स एंड गायनी डिपार्टमेंट के पास 2 ही वेंटीलेटर हैं। जिसके लिए पेशेंट्स को हैलट आईसीयू में ही ले जाना पड़ता है। डिपार्टमेंट की कंसल्टेंट्स और रेजीडेंट्स को भी इससे काफी प्रॉब्लम होती है। इसी के चलते अब नई मेटर्निटी विंग में क्रिटिकल केयर फैसेलिटीज को बढ़ाने का फैसला लिया गया है.जिसमें हाई डिपेंडेंसी यूनिट शुरू की जाएगी।
फैक्ट फाइल- - 235 बेड का हास्पिटल - 1.50 लाख से ज्यादा पेशेंट्स की सलाना ओपीडी - 13 डिस्ट्रिक्ट्स से टर्सरी केयर के लिए आती हैं क्रिटिकल महिलाएं - 15 हजार पेशेंट्स की भर्ती एक साल में - 20 पेशेंट्स का एडमिशन रोजाना -16 कंसल्टेंट्स हास्पिटल में - 30 जूनियर रेजीडेंट्स ---------------- वर्जन- नई मेटर्निटी विंग में हाईब्रिड एचडीयू बनाया जाएगा। इसमें 2 बेड इंटेसिव क्रिटिकल केयर के भी होंगे। इससे हास्पिटल में पेशेंट्स को ज्यादा बेहतर केयर मिल सकेगी। - प्रो। डॉ.किरन पांडेय, एचओडी, ऑब्स एंड गायनी डिपार्टमेंट,जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज