थर्सडे यानि दिवाली वाली रात दीये से काकादेव के पांडु नगर में एक आलीशान कोठी में आग लग गई. जिससे पूजा के बाद घर में सोए पति-पत्नी और नौकरानी की दम घुटने से मौत हो गई. साथ ही पेट कैट की भी जान चली गई. फॉरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक पूजा करने के लिए घर में कुश का आसन बनाया गया था. इस कुश पर दीपक गिर गया और पहले मंदिर फिर पूरे घर में आग लग गई. धुआं भरने की वजह से कमरे में कार्बन-मोनो-ऑक्साइड की मात्रा इतनी ज्यादा हो गई कि ऑक्सीजन न के बराबर हो गई. इसकी वजह से पति-पत्नी बिस्तर से उठ भी नहीं पाए. वहीं बेड पर मैग्नेटिक डोर ओपन करने का रिमोट मिला है जिससे पता चलता है कि मैग्नेटिक डोर खोलने की कोशिश की गई लेकिन आग की वजह से वायरिंग शार्ट हो गई थी इस वजह से डोर खुल नहीं पाया और पूरे कमरे में धुआं भर गया.

कानपुर (ब्यूरो)। थर्सडे यानि दिवाली वाली रात दीये से काकादेव के पांडु नगर में एक आलीशान कोठी में आग लग गई। जिससे पूजा के बाद घर में सोए पति-पत्नी और नौकरानी की दम घुटने से मौत हो गई। साथ ही पेट कैट की भी जान चली गई। फॉरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक, पूजा करने के लिए घर में कुश का आसन बनाया गया था। इस कुश पर दीपक गिर गया और पहले मंदिर फिर पूरे घर में आग लग गई। धुआं भरने की वजह से कमरे में कार्बन-मोनो-ऑक्साइड की मात्रा इतनी ज्यादा हो गई कि ऑक्सीजन न के बराबर हो गई। इसकी वजह से पति-पत्नी बिस्तर से उठ भी नहीं पाए। वहीं, बेड पर मैग्नेटिक डोर ओपन करने का रिमोट मिला है, जिससे पता चलता है कि मैग्नेटिक डोर खोलने की कोशिश की गई लेकिन आग की वजह से वायरिंग शार्ट हो गई थी, इस वजह से डोर खुल नहीं पाया और पूरे कमरे में धुआं भर गया। जिसका शिकार पति-पत्नी के साथ नौकरानी की भी हो गई। एटॉप्सी रिपोर्ट में मौत की वजह दम घुटने की वजह से हुई है। फॉरेंसिक टीम का मानना है कि पूरा घर और घर में रखा फर्नीचर फायर को सपोर्ट करने वाले मैटेरियल का बना था। कहीं से भी धुआं निकलने का साधन मौजूद नहीं था, इस वजह से कोई बच नहीं पाया।

हादसे में इनकी गई जान
पुलिस ने बताया कि मरने वालों की पहचान 48 साल के संजय श्याम दासानी, 42 साल की पत्नी कनिका दासानी और नौकरानी 24 साल की छवि चौहान 24 के रूप में हुई है। इनकी अंबाजी फूड्स नाम से कंपनी है। साथ ही इनकी बिस्किट फैक्ट्री भी है। पांडू नगर में बिजनेसमैन संजय श्याम दासानी, पत्नी, बेटे और मेड के साथ रहते थे। घर तीन मंजिला है। गुरुवार रात में बिजनेसमैन ने पत्नी के साथ दिवाली की पूजा की। खाना खाया। फिर रूम में सोने चले गए.नौकरानी भी अपने कमरे में जाकर सो गई। मंदिर का दीया जल रहा था। देर रात दीये से आग लग गई। पत्नी-पत्नी को बचाने के लिए नौकरानी रूम के अंदर गई। आग की चपेट में आने से तीनों की मौत हो गई।


बेटा हर्ष दोस्तों के साथ गया था पार्टी करने
घरवालों ने बताया कि बिजनेसमैन का बेटा हर्ष हादसे के वक्त घर पर मौजूद नहीं था। वह दिवाली के चलते दोस्तों के साथ पार्टी करने गया था। देर रात लौटा, देखा तो घर से धुआं निकल रहा था। उसने आसपास के लोगों और पुलिस को सूचना दी। फॉरेंसिक टीम एक्सपर्ट ने बताया कि फस्र्ट फ्लोर पर जहां पर आग लगी है, बेडरूम से लेकर पूरे हिस्से में वुडन वर्क हुआ था। इसके चलते आग ने पूरे कमरे को पलभर में ही चपेट में ले लिया। दूसरी तरफ, ऑटोमैटिक दरवाजा लगा था, जो गर्म होने के बाद लॉक हो गया था, इसलिए पति-पत्नी बाहर नहीं निकल सके। उनकी कमरे के भीतर ही मौत हो गई।

6 महीने से नौकरी कर रही थी मेड
मेड छवि की दिव्यांग मां सुनीता रोते बिलखते अस्पताल पहुंची। वह बार-बार कह रही थी कि मेरी बेटी को वापस लौटा दो। सुनीता ने बताया कि हम लोग नानकारी में रहते हैं। छवि के 2 भाई और 1 बहन हैं। परिवार के करीबी अमित खत्री ने बताया कि संजय श्याम दासानी का बेटा अपने दोस्त के यहां पार्टी में चला गया था। संभावना जताई जा रही है कि घर में दीये की वजह से आग लग गई और घर के अंदर धुआं भरने की वजह से पति-पत्नी और नौकरानी की मौत हो गई। बेटा घर में दिवाली मनाने के बाद दोस्त के यहां चला गया था जिससे उसकी जान बच गई। जब तक हम लोगों के पास सूचना पहुंची तब तक सब कंट्रोल किया जा चुका था।

फायर ब्रिगेड ने निकाला फंसे लोगों को
डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि बिजनेसमैन संजय श्याम दासानी, अपनी पत्नी और मेड के साथ रहते थे। दिवाली की पूजा के बाद मंदिर में रखे दीपक से घर में आग लग गई। सूचना पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची और अंदर फंसे लोगों को निकाला गया। इसके बाद उन्हें रीजेंसी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां तीनों लोगों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। आगे की कार्रवाई की जा रही है।

ज्योति मर्डर केस के आरोपी पीयूष का है परिवार
कानपुर के चर्चित उद्योगपति पीयूष श्यामदसानी ज्योति मर्डर केस में चर्चा में आया था। पीयूष ने गर्लफ्रेंड के लिए पत्नी का मर्डर कराया था मौजूदा समय में हुए जेल में है। मरने वाले दंपति पीयूष के चचेरे भाई और भाभी हैं।

25 दिसंबर को है शादी की सालगिरह
इंडस्ट्रियलिस्ट के फैमिली फ्रेंड्स ने बताया कि आगामी 25 दिसंबर को उद्यमी संजय श्याम दासानी और उनकी पत्नी कनिका की शादी की 25वीं सालगिरह होनी थी। जिसको लेकर दंपती पूरी तैयारी कर रहे थे। इस बार वह धूमधाम के साथ शादी की 25वीं वर्षगांठ मनाना चाहते थे। लेकिन हादसे की वजह से परिवार की खुशियां मातम में बदल गई।

Posted By: Inextlive