हज के लिए आवेदन करने वालों की संख्या बहुत कम है. इसलिए हज कमेटी दो बार डेट बढा़ चुकी है. पहले आवेदन की डेट 23 सितंबर थी. कम आवेदन होने से डेट को 30 सितंबर तक बढ़ाया गया है. सिटी से अब तक सिर्फ 314 लोगों ने ही आवेदन किया है. इसकी वजह महंगाई और सऊदी अरब में इस वर्ष कई हाजियों की मौत को माना जा रहा है. कोरोना के बाद नियमों में हुए बदलाव का असर भी आवेदकों की संख्या पर पड़ा है.


कानपुर (ब्यूरो)। हज के लिए आवेदन करने वालों की संख्या बहुत कम है। इसलिए हज कमेटी दो बार डेट बढा़ चुकी है। पहले आवेदन की डेट 23 सितंबर थी। कम आवेदन होने से डेट को 30 सितंबर तक बढ़ाया गया है। सिटी से अब तक सिर्फ 314 लोगों ने ही आवेदन किया है। इसकी वजह महंगाई और सऊदी अरब में इस वर्ष कई हाजियों की मौत को माना जा रहा है। कोरोना के बाद नियमों में हुए बदलाव का असर भी आवेदकों की संख्या पर पड़ा है।


नेक्स्ट ईयर होने वाले हज की प्रक्रिया शुरू हो गई है। हज के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरे जा रहे हैैं। फॉर्म हज कमेटी की वेबसाइट या ऐप से भरे जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त बांसमंडी और जाजमऊ में भी फॉर्म भरने की व्यवस्था की गई है। हज के लिए आवेदन करने की लास्ट डेट के दो दिन ही शेष बचे हंै। कोरोना से पहले 1500 से अधिक लोग हज के लिए आवेदन करते थे। जिनका चयन लॉटरी से होता था। लेकिन कोरोना के बाद से अभी तक लॉटरी सिस्टम की जरूरत नहीं पड़ी है।

वर्ष-2024- 574वर्ष 2023-779वर्ष 2022- 287वर्ष 2019- 1355(कोरोना की वजह से वर्ष 2020 और 2021 में हज यात्रा नहीं हुई)


हज महंगा होने से आवेदकों की संख्या पर असर पड़ा है। इस वर्ष हज के लिए प्रति जायरीन 3.39 लाख रुपये खर्च हुए थे। नेक्स्ट ईयर होने वाले हज को लेकर अभी धनराशि की घोषणा नहीं की गई है। इसमें वृद्धि हो सकती है। सरदार अहमद खान, हज सेवक

Posted By: Inextlive