कानपुर सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म 4-5 से 15 अक्टूबर को लापता हुए दो साल के बच्चे को आखिरकार जीआरपी ने एक सप्ताह की जद्दोजहद के बाद जाजमऊ से बरामद कर लिया. ट्यूजडे को बच्चे को जीआरपी ने उसके माता-पिता के सुपुर्द किया तो दोनों की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े. जीआरपी को धन्यवाद कर बच्चे को अपने साथ घर ले गए.

कानपुर (ब्यूरो)। कानपुर सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म 4-5 से 15 अक्टूबर को लापता हुए दो साल के बच्चे को आखिरकार जीआरपी ने एक सप्ताह की जद्दोजहद के बाद जाजमऊ से बरामद कर लिया। ट्यूजडे को बच्चे को जीआरपी ने उसके माता-पिता के सुपुर्द किया तो दोनों की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। जीआरपी को धन्यवाद कर बच्चे को अपने साथ घर ले गए।

दीवाली मनाने घर जा रहा था परिवार

जीआरपी इंस्पेक्टर ओम नारायण सिंह ने बताया कि 15 अक्टूबर को गया में रहने वाले रामदयाल मांझी अपनी पत्नी व दो साल के बेटे के साथ दीवाली मनाने घर जा रहे थे। रामदयाल मैनपुरी में एक भट्टे में काम करता था। कानपुर से उसको गया के लिए ट्रेन पकडऩी थी। 15 अक्टूबर की देर रात लगभग एक बजे जब वह सो कर उठा तो देखा उसका बच्चा गायब है। सूचना मिलने के बाद जीआरपी ने स्टेशन में लगे कैमरे की फुटेज चेक की तो लगभग 14 साल का किशोर बच्चे को प्लेटफार्म से उठाकर अपने साथ ले जाता हुआ दिखाई दिया।

पांच टीम का किया था गठन

जीआरपी इंस्पेक्टर के मुताबिक, बच्चे की बरामदगी के लिए पांच टीमों का गठन किया गया। टोटल 126 कैमरों की फुटेज को चेक करने के बाद जीआरपी आरोपी किशोर तक पहुंच गई। 22 अक्टूबर को जाजमऊ से आरोपी किशोर व लापता बच्चे को बरामद कर लिया गया। कोर्ट की कार्यवाही पूरी करने के बाद मंगलवार को बच्चे को परिजनों को सौंप दिया गया।

Posted By: Inextlive