- एचबीटीयू कैम्पस में इंक्यूबेशन सेंटर बनकर तैयार, अगले महीने से शुरू करने की है तैयारी

- स्टूडेंट्स के साथ, फैकल्टी मेंबर, इंप्लाई और आउटसाइडर भी शुरू कर सकते हैं अपनी कंपनी

KANPUR: स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए एचबीटीयू में इंक्यूबेशन सेंटर बनाया जा रहा है। उम्मीद है कि एक महीने के अंदर सेंटर स्टार्ट हो जाएगा। स्टूडेंट्स के पास अगर कोई बेहतर स्टार्टअप आइडिया होगा तो वे अपनी कंपनी रजिस्टर्ड करा सकेंगे। इंक्यूबेशन सेंटर के इंफ्रास्ट्रक्चर का यूज वो कंपनी को आगे बढ़ाने और स्टेब्लिस करने में कर सकेंगे। अहम बात ये है कि स्टूडेंट्स के अलावा फैकल्टी मेंबर्स, स्टाफ और कोई भी आउटसाइडर भी अपनी कंपनी यहां रजिस्टर्ड करा सकेगा।

ईसी से लेनी हाेगी परमीशन

एचबीटीयू के रजिस्ट्रार प्रो। मनोज कुमार शुक्ला ने बताया कि सेंटर की बिल्िडग बनकर तैयार हो गई है। अदर इन्फ्रास्ट्रक्चर का अरेजमेंट किया जा रहा है। सेंटर को रन करने के लिए जो रिसोर्स चाहिए उसके लिए इंक्यूबेशन सेंटर हेड प्रो कृष्णराज वीसी को प्रपोजल भेज रहे हैं। प्रो। शुक्ला ने कहा कि इंक्यूबेशन सेंटर का फायदा स्टूडेंट्स के साथ-साथ यूनिवर्सिटी के फैकल्टी मेंबर और इम्प्लाइज भी उठा सकते हैं। वो भी अपनी कंपनी रजिस्टर्ड करा सकते हैं। हालांकि इसके लिए एग्जीक्यूटिव काउंसिल से परमीशन लेनी होगी।

तीन साल तक सपोर्ट

स्टूडेंट्स को स्टार्टअप के लिए अपने आइडिया के साथ सेंटर में रजिस्ट्रेशन करना होगा। अगर कोई बाहरी अपने इनोवेटिव आइडिया पर काम करना चाहेगा तो उसे एग्जीक्यूटवि काउंसिल से परमीशन लेनी होगी। टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुछ फैकल्टी मेंबर्स ने कंपनी बनाकर काम करने की इच्छा व्यक्त की है। इंक्यूबेशन सेंटर में तीन साल तक कंपनी रन करने की परमीशिन होगी। हालांकि इसे एक्सटेंड भी किया जा सकता है। अगर अभी कोई स्टूडेंट स्टार्टअप करना चाहता है तो उसे आईआईटी के इंक्यूबेशन सेंटर में स्टेब्लिश किया जाएगा।

वर्जन

एचबीटीयू के स्टूडेंट्स को जल्द ही अपने इंक्यूबेशन सेंटर में काम करने का अवसर मिलेगा। उम्मीद है कि अक्टूबर तक सेंटर शुरू हो जाएगा। कोशिश है कि स्टूडेंट्स को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मिल सकें। सेंटर में फैकल्टी मेंबर और इंप्लाई भी अपनी कंपनी रजिस्टर्ड करा सकते हैं।

प्रो। एनबी सिंह, वाइस चांसलर एचबीटीयू

Posted By: Inextlive