चोरों ने कानपुर इटावा हाईवे किनारे चिटिकपुर चौराहे से गन हाउस से चार बंदूक समेत रिवाल्वर व बंदूक के 146 कारतूस चोरी कर ले गए. इसके अलावा दो एयरगन भी चोर अपने साथ ले गए. दुकान में पुरानी बंदूक रिवाल्वर समेत कुल 47 असलहे थे लेकिन चोरों ने केवल जो नई बंदूक शोकेस में थी उनको ही हाथ लगाया. घटना से पुलिस सन्न रह गई. एसपी एएसपी व पुलिस टीम ने निरीक्षण किया.

कानपुर (ब्यूरो)। कानपुर देहात : चोरों ने कानपुर इटावा हाईवे किनारे चिटिकपुर चौराहे से गन हाउस से चार बंदूक समेत रिवाल्वर व बंदूक के 146 कारतूस चोरी कर ले गए। इसके अलावा दो एयरगन भी चोर अपने साथ ले गए। दुकान में पुरानी बंदूक, रिवाल्वर समेत कुल 47 असलहे थे लेकिन चोरों ने केवल जो नई बंदूक शोकेस में थी उनको ही हाथ लगाया। घटना से पुलिस सन्न रह गई। एसपी, एएसपी व पुलिस टीम ने निरीक्षण किया। फोरेंसिक टीम व डाग स्क्वाड ने जांच की। पुलिस की एक टीम व एसओजी को राजफाश के लिए लगाया गया है। वहीं कोई ताला टूटा न होने व चाबी से खोले जाने से पुलिस ने घटना को संदिग्ध बताया है।

इतने असलहा ले गए चोर
चिराना गांव के राजीव ङ्क्षसह परिहार की करीब 22 वर्ष पुरानी अधिकृत असलहे की दुकान चिटिकपुर रनियां चौराहे पर है। वहां पर राजू परिहार दुकान की देखरेख करता है और वह गुरुवार शाम को दुकान बंद कर चला गया था। शुक्रवार सुबह पड़ोसियों ने शटर उचका होने की जानकारी दी। इस पर वह तेजी से वहां पहुंचे तो देखा कि शटर उचका था और अंदर का शटर खुला था, अंदर रखी दो ङ्क्षसगल बैरल, दो डबल बैरल, एक छोटी एयरगन व एक बड़ी एयरगन चोर ले गए। इसके अलावा रिवाल्वस के 75 कारतूस के अलावा 12 बोर बंदूक के 71 कारतूस चोर ले गए।

पुरानी बंदूकों को रखी रहीं
वहीं मौजूदा समय में चुनाव के दौरान जमा हुए असलहे समेत करीब 47 बंदूक व रिवाल्वर थीं जो पुरानी होने के चलते चोरों ने उनको हाथ नहीं लगाया। बंदूक व एयरगन जो शोकेस में लगे थे उनको ही चोर ले गए। एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति, एएसपी राजेश पांडेय, सीओ तनु उपाध्याय व रनियां थाने की पुलिस ने जांच की। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य संकलित किए।

रजिस्टर में लेखा जोखा नहीं
खोजी कुत्ता दुकान से आगे सडक़ पर करीब पांच सौ मीटर तक गया इसके बाद भटक गया। इससे अंदाजा लगाया जा रहा कि चोर यहीं से गए थे। दुकान मालिक ने किसी पर शक नहीं जताया है। वहीं पुलिस ने घटना को संदिग्ध बताया है, पुलिस का कहना है कि अंदर के ताले चाबी से खोले गए हैं वहीं शोकेस का नीचे का ताला खोला गया और ऊपर का नहीं। जो चोरी करता वह पूरे असलहे ले जाता केवल चार ले गया यह नहीं समझ आ रहा। वहीं सितंबर से अभी तक रजिस्टर पर कोई लेखा जोखा नहीं है।

बैटरी से चलता है पंखा व लाइट
दुकान में बिजली नहीं है, केवल एक बैटरी से पंखा व लाइट को जलाया जाता है। बैटरी को ही चार्ज करके रोजाना लाकर यह व्यवस्था रहती है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।

Posted By: Inextlive