मौसम में बदलाव की वजह से जुकाम फीवर के साथ ही डेंगू और मलेरिया हेपेटाइटिस टायफाइड और चिकुनगुनिया जैसी बीमारियों के लोग शिकार हो रहे हैं. केवल हैलट हॉस्पिटल की ओपीडी में ही डेली 300 से अधिक पेशेंट फीवर के बाद के लक्षणों के संग पहुंच रहे हैं. इनमें से कई मामलों में पेशेंट्स में प्लेटलेट््स की कमी भी मिल रही है.

कानपुर (ब्यूरो)। मौसम में बदलाव की वजह से जुकाम, फीवर के साथ ही डेंगू और मलेरिया, हेपेटाइटिस, टायफाइड और चिकुनगुनिया जैसी बीमारियों के लोग शिकार हो रहे हैं। केवल हैलट हॉस्पिटल की ओपीडी में ही डेली 300 से अधिक पेशेंट फीवर के बाद के लक्षणों के संग पहुंच रहे हैं। इनमें से कई मामलों में पेशेंट्स में प्लेटलेट््स की कमी भी मिल रही है। इनसे बचाव के लिए इम्युनिटी पॉवर मजबूत करने को सेहतमंद खानपान के साथ अपनी देखभाल बढ़ाने की सलाह दी जा रही है।

कभी गर्मी तो बारिश
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के मेडिसिन डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर जेएस कुशवाहा ने बताया कि कभी तेज धूप तो कभी बारिश के मौसम में बैक्टीरिया और वायरल का अटैक बढ़ जाता है। इस कारण वायरल फीवर, डायरिया, निमोनिया, पेट संबंधी समस्याएं, पीलिया (हेपेटाइटिस) और खांसी-जुकाम की समस्या बढ़ जाती है। इसी मौसम में जलभराव होने से मच्छर पनपने से टाइफाइड, मलेरिया, डेंगू और चिकुनगुनिया जैसी बीमारियां फैलने लगती हैं।

इसे जरूर अपनाएं
- हेल्दी डाइट, पर्याप्त नींद लें, एक्सरसाइज को रुटीन में शामिल करें
- फलों का सेवन करें, इनमें विटामिन सी, फाइबर व पोषक तत्व होते हैं।
- मौसमी फल में केला, सेब, अमरूद, पपीता, अनार, कीवी, आंवला का सेवन करें।
- ठंडे और मसालेदार भोजन से परहेज करें, ताजा एवं गर्म भोजन ही करें।

Posted By: Inextlive