मेट्रो स्टेशंस की फैसिलिटीज पर 'कॉस्ट कटिंग'
-- कानपुर मेट्रो प्रोजेक्ट की डीपीआर रिवाइज करने के साथ ही की गई सुविधाओं में कटौती
--मेट्रो स्टेशंस में 332 लिफ्ट व एस्क्लेटर की जगह अब केवल 204 लिफ्ट व एस्क्लेटर ही होंगे KANPUR: कानपुराइट्स के लिए अच्छी खबर ये हैं कि 15 नवंबर को शुरू हुआ मेट्रो का काम तेजी से चल रहा है, लेकिन निराशाजनक बात ये है कि कानपुर मेट्रो की प्रोजेक्ट कॉस्ट कम करने के साथ ही फैसिलिटीज में भी जमकर कटौती की गई है। एक स्टेशन कम करने के साथ ही मेट्रो स्टेशंस में एस्क्लेटर और लिफ्ट की संख्या भी घटा दी गई है। पहले जहां मेट्रो स्टेशंस में 332 लिफ्ट व एस्क्लेटर लगाए जाने थे, वहीं अब इनकी संख्या घटाकर 204 कर दी गई है। एक मेट्रो स्टेशन भी कम कियादरअसल कानपुर मेट्रो की डिटेल प्रोजेक्ट दो बार रिवाइज की गई है। इससे मेट्रो की प्रोजेक्ट कॉस्ट 13721 करोड़ से घटकर 11076 करोड़ हो गई है। प्रोजेक्ट कॉस्ट घटाने के लिए एक मेट्रो स्टेशन कम कर दिया गया है। पहले जहां दोनों कॉरिडोर को मिलाकर 31 मेट्रो स्टेशन थे, यूपीएमआरसी आफिसर्स के मुताबिक वहीं अब अब टोटल 30 मेट्रो स्टेशन होंगे। कॉरिडोर टू के गोविन्द नगर मेट्रो स्टेशन को फ्यूचर स्टेशन की लिस्ट में डाल दिया गया है। इसके साथ मेट्रो स्टेशंस के एंट्री-एग्जिट गेट भी काफी कम कर दिए गए हैं। पहले जहां मेट्रो स्टेशंस में 4 से 5 तक एंट्री-एग्जिट थे। वहीं इनकी संख्या घटाकर 2 से 3 तक कर दी गई है।
खर्च में कटौती: एक नजर में - लिफ्ट की तुलना में एस्क्लेटर पर लगभग डेढ़ गुना अधिक खर्च आता है - इसीलिए नई डीपीआर में एस्क्लेटर की संख्या में ज्यादा कटौती की गई है। - दोनों कॉरीडोर में टोटल 114 एस्क्लेटर और 14 लिफ्ट कम कर दी गई है। --216 एस्क्लेटर मेट्रो स्टेशंस में लगने थे पहले -- 102 एस्क्लेटर अब लगेंगे मेट्रो स्टेशंस में --116 लिफ्ट लगनी थी पहले मेट्रो स्टेशंस में -- 102 लिफ्ट लगेंगी अब मेट्रो स्टेशंस में --। -- 31 मेट्रो स्टेशन पहले बनाए जाने थे -- 30 मेट्रो स्टेशन अब बनाए जाएंगे - 74 लिफ्ट लगेंगी आईआईटी-नौबस्ता कॉरिडोर के मेट्रो स्टेशंस में - 28 लिफ्ट लगेंगी सीएसए-बर्रा 8 कॉरिडोर के मेट्रो स्टेशंस - 74 एस्क्लेटर लगेंगे आईआटी-नौबस्ता कॉरिडोर के मेट्रो स्टेशंस में -- 28 एस्क्लेटर लगेंगे सीएसए-बर्रा-8 कॉरिडोर के मेट्रो स्टेशंस में