नवाबगंज थानाक्षेत्र स्थित सिगनेचर सिटी निवासी इंजीनियर 24 अगस्त को घर में पर्स और मोबाइल छोडक़र स्कूटी लेकर निकले थे. काफी तलाशने पर भी जब उनका पता न चला तो फैमिली मेंबर्स ने थाने मेें तहरीर दी. पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की तो स्कूटी भैैंरोघाट के पास खड़ी मिली. पूर्व इंजीनियर के ससुर 3 बार जालौन के विधायक रह चुके हैैं. घाट के आस पास लगे सीसीटीवी कैमरों से फुटेज निकाल कर पुलिस इंजीनियर की तलाश कर रही है. किसी अनहोनी के डर से परिवार में कोहराम मचा हुआ है.

कानपुर (ब्यूरो)। नवाबगंज थानाक्षेत्र स्थित सिगनेचर सिटी निवासी इंजीनियर 24 अगस्त को घर में पर्स और मोबाइल छोडक़र स्कूटी लेकर निकले थे। काफी तलाशने पर भी जब उनका पता न चला तो फैमिली मेंबर्स ने थाने मेें तहरीर दी। पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की तो स्कूटी भैैंरोघाट के पास खड़ी मिली। पूर्व इंजीनियर के ससुर 3 बार जालौन के विधायक रह चुके हैैं। घाट के आस पास लगे सीसीटीवी कैमरों से फुटेज निकाल कर पुलिस इंजीनियर की तलाश कर रही है। किसी अनहोनी के डर से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

पत्नी मेडिकल कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर
मूल रूप से सिकंदरा के फिरोजपुर निवासी मनोज कुमार भारतीय ने बताया कि उनके 44 साल के भाई सत्येंद्र कुमार एक कंपनी में इंजीनियर थे। जबकि पत्नी प्रभा वर्मा मेडिकल कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर हैैं। प्रभा के पिता दया शंकर वर्मा जालौन के तीन बार विधायक रह चुके हैैं। सत्येंद्र और प्रभा के एक के बेटी अभिश्री व एक बेटा अभिराज है। दोनों पढ़ाई कर रहे हैैं। फैमिली मेेंबर्स ने बताया कि 24 अगस्त की सुबह सत्येंद्र 07:35 पर स्कूटी लेकर निकले थे। काफी देर तक वापस नहीं आए तो परिवार वालों ने उनकी तलाश शुरू की।

मोबाइल भी स्विच ऑफ
सत्येंद्र का मोबाइल फोन लगातार स्विच ऑफ जा रहा था, इस वजह से चिंता भी बढ़ गई। घर में देखने पर मोबाइल और वॉलेट मिल गया, जिसके बाद तो परिवार वाले परेशान हो गए। काफी तलाशने पर भी नहीं मिले तो नवाबगंज पुलिस को तहरीर दी गई। नवाबगंज थाने में गुमशुदगी दर्ज की गई। परिवार वालों ने बताया कि इन दिनों सत्येंद्र मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे। परिवार वालों का अनुमान है कि नौकरी न मिलने की वजह से वे परेशान थे।

Posted By: Inextlive