अक्टूबर में अनवरगंज से दिल्ली तक दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक ट्रेनें
- मथुरा से फर्रुखाबाद, फर्रुखाबाद से कन्नौज के बाद कल्याणपुर तक इलेक्ट्रिफिकेशन वर्क कम्पलीट हुआ
- अगस्त के लास्ट वीक में सीआरएस ट्रैक का इंस्पेक्शन करने के बाद देंगे ग्रीन सिग्नल - अनवरगंज-मथुरा-दिल्ली रूट में भी 100 की स्पीड से चलेंगी ट्रेनें KANPUR। अनवरगंज से वाया फर्रुखाबाद-मथुरा होते हुए दिल्ली तक अक्टूबर मंथ में इलेक्ट्रिक ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके लिए रेलवे ने 'कन्नौज से कल्याणपुर' तक इलेक्ट्रिफिकेशन के लास्ट फेज का वर्क भी पूरा कर लिया है। अब सीआरएस इंस्पेक्शन करने के बाद इसको ग्रीन सिग्नल देंगे। इसके बाद अनवरगंज-मथुरा-दिल्ली रूट में इलेक्ट्रिक इंजन दौड़ाने लगेंगे। इज्जतनगर डिविजन के पीआरओ राजेंद्र कुमार ने बताया कि अगस्त मंथ के लास्ट वीक में सीआरएस का इंस्पेक्शन होगा। लास्ट फेज का वर्क कम्पलीटइज्जतनगर डिविजन के पीआरओ राजेंद्र कुमार ने बताया कि दो साल पहले मथुरा से कल्याणपुर 'कानपुर' तक रेलवे ट्रैक का इलेक्ट्रिफिकेशन वर्क सेंक्शन किया गया था। जिसके फर्स्ट फेज में मथुरा से फर्रुखाबाद, सेकेंड फेज में फर्रुखाबाद से कन्नौज और लास्ट फेज में कन्नौज से कल्याणपुर तक इलेक्ट्रिफिकेशन वर्क किया गया है। जोकि कम्प्लीट हो चुका है। अनवरगंज-मथुरा-दिल्ली रूट में इलेक्ट्रिक इंजन दौड़ने में सिर्फ सीआरएस इंस्पेक्शन के बाद ग्रीन सिग्नल मिलने की देरी है।
सात घंटे का सफर पांच घंटे मेंराजेंद्र कुमार के मुताबिक अभी अनवरगंज-मथुरा रूट पर डीजल इंजन चलने की वजह से कानपुर से मथुरा का सफर 7 घंटे में तय होता है। रूट का इलेक्ट्रिफिकेशन वर्क पूरा होने के बाद इसमें इलेक्ट्रिक इंजन चलने से ट्रेनों की स्पीड बढ़ने से कानपुर से मथुरा का सफर सिर्फ 5 घंटे में तय होगा। इससे लाखों पैसेंजर्स को रिलीफ मिलेगा। इस रूट पर डेली करीब 3 लाख पैसेंजर्स सफर करते हैं, जिनको इसका फायदा मिलेगा।
मुम्बई के लिए भी मिलेगी नई ट्रेनें इज्जतनगर पीआरओ राजेंद्र कुमार ने बताया कि अनवरगंज से मथुरा तक रेलवे ट्रैक का इलेक्ट्रिफिकेशन वर्क पूरा होने से कानपुर से वाया मथुरा होकर मुम्बई के लिए नई ट्रेनें चलाने का रास्ता भी साफ हो गया। मौजूदा समय में कानपुर से सिर्फ एक ट्रेन नंबर 22443 कानपुर-बांद्रा एक्सप्रेस अनवरगंज-मथुरा के रास्ते मुम्बई जाती है। इस रूट के इलेक्ट्रिफिकेशन होने से कानपुर से मुम्बई के लिए नई ट्रेनों के चलने का रास्ता भी क्लियर हो गया है। पैसेंजर्स को मिलेंगे फायदे? - ट्रेनों की स्पीड मैक्सिमम 120 किमी प्रतिघंटा होगी - फिलहाल मैक्सिमम स्पीड 80 किमी प्रतिघंटा है - पहले की अपेक्षा अब कम समय में तय होगा सफर - पैसेंजर्स के लिए नई ट्रेनों के मिलने की उम्मीद बढ़ी- कानपुर से वाया मथुरा-दिल्ली जाने के लिए ट्रेन चलने का रास्ता साफ
कोट कानपुराइट्स की प्रॉब्लम को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने कानपुर से मथुरा रेल रूट का इलेक्ट्रिफिकेशन कराने का फैसला लिया था। ये पूरा हो चुका है। इससे कानपुराइट्स को लाभ मिलेगा। बहुत जल्द ट्रेनें ट्रैक पर चलने लगेंगी। - राजेंद्र कुमार, पीआरओ, इज्जतनगर डिविजन