एनवायरमेंट को लेकर रोज रोज नए चैलेंजेज सामने आ रहे हैैं. इससे निपटने के लिए सभी का सजग होना जरूरी है. अगर इसको लेकर शुरुआती स्टेज से ही सभी को एजुकेट किया जाने लगे तो इससे निपटना आसान हो जाएगा. एनवायरमेंट को लेकर रोज रोज नए चैलेंजेज सामने आ रहे हैैं. इससे निपटने के लिए सभी का सजग होना जरूरी है. अगर इसको लेकर शुरुआती स्टेज से ही सभी को एजुकेट किया जाने लगे तो इससे निपटना आसान हो जाएगा. क्लाइमेंट चेंज जैसे चैलेंजेज के बीच यूथ को एनवायरमेंट से जोडऩे और इसको लेकर सजग करने के लिए अब अंडर ग्रेजुएट यूजी के स्टूडेंट्स को एनवायरमेंट की एजुकेशन दी जाएगी. इस काम के लिए यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन यूजीसी के सेक्रेटरी प्रो. मनीष आर जोशी ने सभी वीसी और कॉलेजों के प्रिंसिपल को लेटर जारी किया है. लेटर में यूजी स्टूड़ेंट्स को एनवायरमेंट की एजुकेशन जरूर दिए जाने की बात कही गई है.

कानपुर (ब्यूरो)। एनवायरमेंट को लेकर रोज रोज नए चैलेंजेज सामने आ रहे हैैं। इससे निपटने के लिए सभी का सजग होना जरूरी है। अगर इसको लेकर शुरुआती स्टेज से ही सभी को एजुकेट किया जाने लगे तो इससे निपटना आसान हो जाएगा। क्लाइमेंट चेंज जैसे चैलेंजेज के बीच यूथ को एनवायरमेंट से जोडऩे और इसको लेकर सजग करने के लिए अब अंडर ग्रेजुएट (यूजी) के स्टूडेंट्स को एनवायरमेंट की एजुकेशन दी जाएगी। इस काम के लिए यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यूजीसी) के सेक्रेटरी प्रो। मनीष आर जोशी ने सभी वीसी और कॉलेजों के प्रिंसिपल को लेटर जारी किया है। लेटर में यूजी स्टूड़ेंट्स को एनवायरमेंट की एजुकेशन जरूर दिए जाने की बात कही गई है।

हर स्ट्रीम का स्टूडेंट
क्लाइमेट चेंजमेंट जैसे चैलेंजेेंज के बीच यूथ को एनवायरमेंट से जोडऩे के लिए यूजीसी ने एक अहम पहल को शुरू किया है। इसमें यूजी के इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, साइंस, आर्ट, कॉमर्स समेत सभी स्ट्रीम के स्टूडेंट को एनवायरमेंट की पढ़ाई करनी होगी। इस एजुकेशन में उनको एनवायरमेंट से जुड़े खतरों के प्रति सचेत करने के साथ पर्यावरण अनुकूल लाइफस्टाइल को फालो करने के लिए एजुकेट किया जाएगा।

चार क्रेडिट प्वाइंट
एनवायरमेंट की पढ़ाई को लेकर स्टूडेंट्स को चार क्रेडिट प्वाइंट अलग से दिए जाएंगे। जो कोर्स पूरा करने के बाद मिलने वाली मार्कशीट या डिग्री में दर्ज होंगे। इस एनवायरमेंट एजुकेशन में कुछ प्रैक्टिकल पार्ट को भी शामिल किया गया है, जिसमें स्टूडेंट्स को फील्ड में जाकर एनवायमेंट के चैलेंजेस को समझना होगा और उनको दूर करने के लिए काम करना होगा।

इस तरह को होगा सिलेबस
यूजीसी की ओर से जारी लेटर में एनवायमेंट एजुकेशन का सिलेबस भी तय कर दिया गया है। इसमें क्लाइमेट चेंज, वेस्ट मैनेजमेंट, बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन और सस्टेनेबल डेवलपमेंट को शामिल किया गया है। इसका पूरा सिलेबस यूजीसी ने अपनी बेवसाइट में अपलोड कर दिया है। साथ में कोर्स को चलाने के लिए गाइडलाइंस भी बताई हैैं।

160 घंटे पढ़ाई
एनईपी में सभी स्टूडेंट्स को एनवायरमेंट की एजुकेशन देने की पहल के बाद यूजीसी ने एक सिलेबस तैयार किया है। इसके तहत तैयार किए गए क्रेडिट फ्रेमवर्क में एक क्रेडिट अंक के लिए कम से कम स्टूडेंट को 30 घंटे की पढ़ाई करनी होगी। ऐसे में चार क्रेडिट प्वाइंट के लिए स्टूडेंट को कोर्स की अवधि के दौरान कम से कम 160 घंटे पर्यावरण से जुड़ी पढ़ाई भी करनी होगी। इनमें प्रैक्टिकल भी शामिल है।

सीएसजेएमयू में पहले से हो रही स्टडी
सिटी में सीएसजेएमयू और उससे एफिलिएटेड कालेजों की बात करें तो यहां पर यूजी स्टूडेंट्स के लिए एनवायरमेंट स्टडी काफी लंबे समय से कंपलसरी है। तीन साल के कोर्स में इसको एक साल पास करना कंपलसरी है। ऐसा न करने पर स्टूडेंट का कोर्स अधूरा माना जाता है और डिग्री जारी नहीं की जाती है। इसके अलावा एचबीटीयू और सीएसए मेें इस तरह का कोई भी सब्जेक्ट कंपलसरी नहीं है। हालांकि यूजीसी की ओर से लेटर जारी होने के बाद दोनों जगहों के अफसर इसको लागू करने की तैयारी कर रहे हैैं।

Posted By: Inextlive