। हैलट इमरजेंसी में चलने वाली डे केयर ओटी ऑपरेशन थिएटर सुविधा कानपुराइट्स के लिए संजीवनी साबित हो रही है. जहां छोटी सर्जरी के लिए अब हफ्तों का इंतजार नहीं करना पड़ता है. जिस दिन पेशेंट भर्ती होता है उसी दिन सर्जरी करने के साथ डिस्चार्ज भी कर दिया जाता है. हैलट की डे केयर ओटी में दो सालों में सबसे अधिक सर्जरी गांठों की हुई है. जिसमें पेशेंट के स्किन में ऊपर व अंदर से गांठ नुमा दिखाई देती थी. दूसरे नंबर पर सबसे अधिक सर्जरी हाइड्रोसील की हुई है.

कानपुर (ब्यूरो)। हैलट इमरजेंसी में चलने वाली डे केयर ओटी (ऑपरेशन थिएटर) सुविधा कानपुराइट्स के लिए संजीवनी साबित हो रही है। जहां छोटी सर्जरी के लिए अब हफ्तों का इंतजार नहीं करना पड़ता है। जिस दिन पेशेंट भर्ती होता है उसी दिन सर्जरी करने के साथ डिस्चार्ज भी कर दिया जाता है। हैलट की डे केयर ओटी में दो सालों में सबसे अधिक सर्जरी गांठों की हुई है। जिसमें पेशेंट के स्किन में ऊपर व अंदर से गांठ नुमा दिखाई देती थी। दूसरे नंबर पर सबसे अधिक सर्जरी हाइड्रोसील की हुई है।

हॉस्पिटल में रुकना नहीं पड़ता
सर्जरी डिपार्टमेंट के हेड प्रो। जीडी यादव ने बताया कि डे केयर ओटी का फायदा यह है कि पेशेंट को हॉस्पिटल में रुकना नहीं पड़ता है। जिस दिन वह एडमिट होता है। उसी दिन उसको डिस्चार्ज कर दिया जाता है। जबकि पहले छोटी सी सर्जरी में भी पेशेंट को हॉस्पिटल में तीन से चार दिनों तक रुकना पड़ता था। इन पेशेंट को एक ही दिन में ट्रीटमेंट मुहैया कराने के लिए हैलट में डे केयर ओटी की शुरुआत की गई थी।

लगातार बढ़ती जा रही पेशेंट की संख्या
डे केयर ओटी के इंचार्ज प्रो। जीडी यादव ने बताया कि ऑपरेशन की संख्या बढ़ती जा रही है। अब तक सबसे अधिक ऑपरेशन सिस्ट के लिए गए है। ये स्किन की सतह और इसके नीचे बनी गांठों के हैं। इसके बाद हाइड्रोसील के ऑपरेशन सबसे अधिक हुए है। इसके साथ ही पेशेंट की बायोप्सी के लिए सैंपल भी इसी ओटी में लिया जाता है। वहीं मवाद निकालना, टैटू हटाना, पेशाब की थैली फुलाना, फटे कान की सर्जरी इस ओटी में की जाती है।

Posted By: Inextlive