जाजमऊ गंगापुल पर सेटरडे को बाइक छोडक़र निकला निलंबित सिपाही आखिरकार संडे शाम सुरक्षित इटावा में अपने घर पहुंच गया. इधर उसके आत्महत्या की आशंका के चलते जाजमऊ और किदवई नगर पुलिस ने पूरे दिन स्टीमर से गंगा में खाक छानी. शाम को सिपाही के भाई ने किदवई नगर थाना प्रभारी को फोन कर उसके सुरक्षित घर लौटने की जानकारी दी तो पुलिस ने राहत की सांस ली.

कानपुर (ब्यूरो)। जाजमऊ गंगापुल पर सेटरडे को बाइक छोडक़र निकला निलंबित सिपाही आखिरकार संडे शाम सुरक्षित इटावा में अपने घर पहुंच गया। इधर उसके आत्महत्या की आशंका के चलते जाजमऊ और किदवई नगर पुलिस ने पूरे दिन स्टीमर से गंगा में खाक छानी। शाम को सिपाही के भाई ने किदवई नगर थाना प्रभारी को फोन कर उसके सुरक्षित घर लौटने की जानकारी दी तो पुलिस ने राहत की सांस ली।

इटावा की रहने वाली है फैमिली

इटावा निवासी नागेंद्र यादव और उनकी पत्नी सुगंधा पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर तैनात हैं। सुगंधा जहां महिला थाने में वही नागेंद्र पुलिस लाइन में तैनात हैं। दंपती में किसी बात को लेकर अनबन चल रही थी जिसे लेकर सुगंधा ने पुलिस आयुक्त से इसकी शिकायत की तो उन्हें 20 दिन पहले निलंबित कर दिया गया था। शुक्रवार शाम नागेंद्र पत्नी के साथ जूही थाने के पीछे स्थित सरकारी आवास में रुका था।

देर रात निकला था बाइक लेकर

देर रात वह कार लेकर चकेरी स्थित अपने आवास पर निकल गया और वहां से बाइक लेकर निकल गया। फोन बंद जाने पर घबराई पत्नी ने किदवई नगर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। वहीं शनिवार शाम नागेंद्र की बाइक जाजमऊ पुल पर लावारिस खड़ी मिली जिससे उसके गंगा में कूदकर आत्महत्या की आशंका जताई गई। रविवार को जाजमऊ थाना प्रभारी अजय मिश्र और किदवई नगर के बहादुर ङ्क्षसह ने पूरे दिन स्टीमर से गंगा में नागेंद्र की तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चला।

संडे शाम मिली जानकारी
शाम को नागेंद्र के भाई ने किदवई नगर थाना प्रभारी को बताया कि वह इटावा अपने गांव सुरक्षित पहुंच गये हैं। किदवई नगर थाना प्रभारी बहादुर ङ्क्षसह ने बताया कि पूछताछ में सिपाही ने जानकारी दी कि पहले उसने आत्महत्या का मन बनाया था इसके बाद उसका इरादा बदला और वह गांव चला आया।

Posted By: Inextlive