Kanpur News: रजिस्ट्रेशन फार्म, स्टूडेंट्स को ‘समर्थ’ करने के लिए कॉलेजों ने कसी कमर
कानपुर (ब्यूरो)। हायर एजुकेशन के एडमिशन सीजन में अपने कालेज का एडमिशन ग्राफ बढ़ाने और स्टूडेंट्स को कंफर्ट देकर समर्थ बनाने के लिए कॉलेजों ने कमर कस ली है। बीते दिनों से सीएसजेएमयू या एफिलिएटेड कालेजों में एडमिशन के लिए समर्थ पोर्टल से रजिस्ट्रेशन शुरु होने के बाद से स्टूडेंट्स को परेशानी हो रही थी। इस पोर्टल पर आय, जाति और निवास प्रमाणपत्र को रजिस्ट्रेशन के समय ही अपलोड करना होता है। ऐसे में स्टूडेंट्स इन प्रमाणपत्रों के लेकर परेशान है। वहीं कालेजों में घट रहे एडमिशन ग्राफ को ध्यान में रखते हुए कालेज एडमिनिस्ट्रेशन और मैनेजमेंट कालेज से ही कम दाम या फ्री में रजिस्ट्रेशन की फैसिलिटी दे रहे हैैं। इसके अलावा जन सेवा केंद्र से कम संपर्क करके उचित दाम में सर्टिफिकेट भी बनवा रहे हैैं।
कालेज ऐसे दे रहे फैसिलिटी
पीरोड स्थित हर सहाय पीजी कालेज के एडमिशन प्रभारी डॉ। अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि स्टूडेंट्स के रजिस्ट्रेशन को फ्री में किया जा रहा है। पोर्टल पर जो सरकारी फीस कटनी है, केवल उसको ही लिया जा रहा है। आय, जाति और निवास के लिए भी आवेदन के लिए सपोर्ट कर रहे हैैं। वहीं, स्वरुप नगर स्थित केवीएम पीजी कालेज की मीडिया प्रभारी डॉ। पूर्णिमा शुक्ला ने बताया कि कालेज में एक एक्सपर्ट को बैठाया गया है। जो स्टूडेंट्स एडमिशन के लिए आती हैैं और इसी कालेज में इच्छुक होती है। उनका रजिस्ट्रेशन कैंपस में ही कराया जा रहा है। इससे स्टूडेंट्स को भटकना नहीं पड़ रहा है और आवेदन भी उचित दाम पर हो रहे हैैं। आय, जाति और निवास के लिए भी आवेदन कराए जा रहे हैैं। यह दो कॉलेज तो केवल उदाहरण भर हैैं। इस तरह की फैसिलिटी सिटी के लगभग लगभग कालेज दे रहे हैैं। सेल्फ फाइनेंस कालेजों में भी यह फैसिलिटी दी जा रही है।
यह भी चल रहा खेल
सिटी का एक बड़ा कालेज एडमिशन दिलाने के नाम पर स्टूडेंट्स को सपोर्ट तो कर ही रहा है। साथ ही साथ दूसरे खेल में भी लग गया है। एडमिशन का ग्राफ बढ़ाने के लिए कालेज कैंपस के आसपास वाले कैफे संचालकों को कम दाम में रजिस्ट्रेशन करने के साथ साथ अपने ही कालेज का नाम रजिस्ट्रेशन में भरने की सेटिंग कर ली गई है। ऐसे मेें कालेज से या खुद से जो भी स्टूडेंट्स आवेदन के लिए आ रहे हैैं, उनको उसी कालेज में सीटें खाली होने की बात कहकर फार्म भरे जा रहे हैैं। ऐसे में उस कालेज में सीटों का अन्य कालेजों की अपेक्षा ज्यादा भरना तय है।