Kalindi Express Mishap News: 219 कैमरों की फुटेज कलेक्ट, एसआईटी करेगी मामले की जांच
कानपुर (ब्यूरो)। Kalindi Express Mishap News: कालिंदी रेल हादसे की जांच में लगी छह टीमों ने 219 कैमरों की फुटेज कलेक्ट की हैैं। पुलिस ने प्रकरण में निवादा टोल प्लाजा का सीसी कैमरों का रिकार्ड देखने के लिए डीवीआर लिया है। पुलिस ने छह जांच टीमें गठित की हैं। इसके अलावा सर्विलांस और एलआइयू की टीम भी लगाई गई है। फुटेज कलेक्ट करने के बाद टीमें इसकी गंभीरता से जांच करेंगी। एडिशनल सीपी हेडक्वार्टर हरीश चंदर ने बताया कि मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की जाएगी जो इस हादसे से जुड़े हर बिंदु पर गंभीरता से जांच करेगी। जिन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है वे इस तरह के मामलों में पहले भी संलिप्त रह चुके हैैं। देश में इस मॉडस ऑफ अप्रेंडी की तलाश की जा रही है।
लखनऊ से एटीएस ने चार संदिग्ध उठाए
मंडे सुबह ही आईजी एटीएस नीलाब्जा चौधरी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए और घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। एक घंटे तक घटनास्थल पर रहने के बाद टीम को इविडेंस कलेक्ट करने को कहा और उसके बाद शिवराजपुर थाने में पकड़े गए संदिग्धों से पूछताछ की। एटीएस सूत्रों की माने तो लखनऊ से चार संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। एटीएस ये भी देख रही है कि सुपर टेडी ब्रांड माचिस किस क्षेत्र में चलती है। प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि शिवराजपुर में भी इस ब्रांड की माचिस यूज की जाती है।
इस मामले में रेल अधिकारियों ने अपनी जांच पूरी कर ली है। पूरे मामले में कोई रेल की चूक सामने नहीं आई है। कालिंदी के इंजन ने चंद मिनट पहले ही रेलवे का सीटी फाटक पार किया था। फाटक पार करते ही 50 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से ट्रेन निकलने का कॉशन लगा हुआ था, इस वजह से ट्रेन की गति धीमी थी। कॉशन बोर्ड से पूरी गाड़ी पार होने तक धीमी गति मेें चलनी थी, इसी वजह से काऊ कैचर में टकराने के बाद सिलेंडर फटा नहीं बल्कि टक्कर लगने के बाद दूर जा गिरा। काऊ कैचर में फंसने के बाद सिलेंडर निश्चित रूप से फट जाता और धमाका हो जाता।
ट्रेन के एस्कॉर्ट गार्ड ने दी थी हादसे की जानकारी
कालिंदी एक्सप्रेस में सुरक्षा के लिए एस्कॉर्ट लगा था। सिलेंडर टकराने के बाद गाड़ी आगे स्टेशन पर रुकी तो एस्कॉर्ट में लगे पुलिस कर्मी उतर गए और आकर घटनास्थल का फौरी निरीक्षण कर मामले की जानकारी अपने अधिकारियों को दी, इसी बीच ड्राइवर ने वॉकी-टॉकी से मैसेज देकर पीछे से आ रही गाडिय़ों को जहां की तहां रोकने को कहा और बताया कि ट्रेन सही स्थिति में है, आगे ले जाई जा सकती है। इसके बाद सीटी फाटक से मेमो देने के बाद ट्रेन को आगे रवाना किया गया।
बरेली के जूनियर इंजीनियर पाथवे रमेश चंद्र की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम, रेलवे एक्ट और बीएनएस की धारा 287, 125 के तहत केस दर्ज किया गया। जेई ने बताया कि कंट्रोल रूम से जानकारी मिली कि गाड़ी के इंजन से एक गैस सिलेंडर टकरा गया है। मौके पर जाकर देखा तो झाडिय़ों में गैस सिलेंडर और एक कांच की बोतल पेट्रोल भरी, जिसमें बत्ती लगी हुई थी मिली। पास में ही एक सफेद बैग रखा था, तलाशने पर सिलेेंडर मिल गया।