Kanpur News: रिजल्ट जारी होने के दो महीने बाद तक सेव रहेगी सीसीटीवी फुटेज
कानपुर (ब्यूरो)। सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) की ओर से 2025 में होने वाले 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम के रिजल्ट आने के दो महीने बाद तक एग्जाम की सीसीटीवी फुटेज को सेव रखा जाएगा। ताकि आवश्कता पडऩे उसे देखा जा सके। बोर्ड ने निर्णय लिया है कि एग्जाम सेंटर बनाए जाने वाले सभी स्कूलों में क्लोज सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) की सुविधा होनी चाहिए। यदि किसी स्कूल में सीसीटीवी की सुविधा नहीं है तो उस स्कूल को एग्जाम सेंटर नहीं बनाया जाएगा। बोर्ड एग्जाम्स को सुचारू रूप से और निष्पक्ष रूप से आयोजित करने के लिए सीबीएसई की ओर से सीसीटीवी पॉलिसी को जारी किया गया है।
सीसीटीवी से यह होंगे काम
सीबीएसई के कंट्रोलर ऑफ एग्जाम संयम भारद्धाज की ओर से जारी सुर्कलर में कहा गया कि पॉलिसी का प्राथमिक उद्देश्य एग्जाम्स के दौरान अनुचित व्यवहारों को रोकना, उनका पता लगाना और उनका समाधान करना है। साथ ही इसमें शामिल सभी व्यक्तियों की गोपनीयता और अधिकारों को भी बनाए रखना है। इसके अलावा सीसीटीवी से संभावित कदाचार की पहचान करने और उसका समाधान करने के लिए एग्जाम एक्टिविटी की रियल टाइम रिकार्डिंग की डाएदा।
सभी एरिया किए जाएंगे कवर
एग्जाम सेंटरों में लगने वाले सीसीटीवी कैमरे सभी क्षेत्रों को कवर करने के लिए लगाए जाने चाहिए, जिसमेें एग्जाम हाल, प्रवेश द्वार, निकास द्वार और परीक्षा डेस्क शामिल हैं। कैमरों को इस प्रकार लगाया जाना चाहिए कि यह सुनिश्चित हो सके कि सभी स्टूडेंट्स कवर हो सकें। सीसीटीवी सिस्टम को पूरे समय लगातार रिकॉर्डिंग करेंगे।
केवल नामिनेट एग्जाम आफिसर और सिक्योरिटी को ही लाइव फीड और रिकॉर्ड किए गए फुटेज तक पहुंच की अनुमति है। प्रत्येक 10 कमरों पर एक निरीक्षक की नियुक्ति की जाएगी जो सीसीटीवी फुटेज की नियमित निगरानी करेगा। अनुचित साधनों के प्रयोग की कोई घटना पाए जाने पर उसकी रिपोर्ट करेगा। ट्रेनिंग होगी
निरीक्षकों और सिक्योरिटी सहित सारे एग्जाम स्टाफ को सीसीटीवी के संचालन, गोपनीयता संबंधी विचारों और फुटेज की समीक्षा करने की प्रोसेस की ट्रेनिंग लेनी होगी। ताकि मौका पडऩे सिस्टम को आसानी से प्रोसेस किया जा सके। पूरे एग्जाम टाइम में चलना कंपलसरी
एग्जाम की पूरी अवधि के दौरान सीसीटीवी का चालू रहना कंपलसरी है। निर्देशों का पालन न करने पर बोर्ड के संबद्धता और परीक्षा उपनियमों के अनुसार एक्शन लिया जाएगा.बोर्ड की नीति के आधार पर नियुक्त निरीक्षकों को अन्य निरीक्षकों के समान पारिश्रमिक और अन्य सुविधाएं दी जाएंगी।
1080पी रिजाल्यूशन वाले कैमरे
कैमरे में कम से कम 1080पी रिज़ॉल्यूशन के हो ताकि क्लीयर और डिटेल इमेज को कैप्चर किए जा सके। एग्जाम हाल की कवरेज के लिए फिक्सड एंड पीटीजेड कैमरों को लगाना होगा। इसके अलावा वाइड-एंगल लेंस और लो लाइट कैमरों की व्यवस्था भी रखनी होगी। ताकि किसी भी तरह की कंडीशन में एग्जाम को लाइव रिकॉर्ड किया जा सके। बड़ी मात्रा में फुटेज स्टोर संग्रहीत करने के लिए उच्च क्षमता वाली हार्ड ड्राइव आवश्यक हैं। कैमरा फीड को लाइव देखने और रिकॉर्ड की गई फुटेज की समीक्षा के लिए उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाले मॉनिटर को रखना होगा।
एग्जाम सेंटर बनने के इच्छुक स्कूलों को अपने खर्च पर सीसीटीवी लगाना होगा। एग्जाम सेंटर्स में 10 कमरों या 240 स्टूडेंट्स के लिए एक व्यक्ति को परीक्षाओं के निष्पक्ष संचालन की निरंतर निगरानी के लिए जिम्मेदार बनाया जाएगा।