कानपुर में सबसे ज्यादा बढ़ी घर की कीमतें
KANPUR: देश में अर्थव्यवस्था की रफ्तार भले ही सुस्त हो, बाजार में मंदी के हालात हों लेकिन कानपुर की रीयल एस्टेट इंडस्ट्री पर इसका कोई असर नहीं है। क्यों कि कानपुर में इस फाइनेंशियल ईयर में घर खरीदना और भी मुश्किल हो गया है। पूरे देश की बात करें तो कानपुर में घरों की कीमतें सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ी हैं। फाइनेंशियल ईयर की दूसरी तिमाही को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से जारी आल इंडिया हाउस प्राइज इंडेक्स(एचपीआई) में कानपुर में सबसे ज्यादा ग्रोथ बताई गई है.
ओवर ऑल ग्रोथ 2.8 परसेंटदिल्ली, मुंबई जैसे मेट्रो सिटीज की बजाय कानपुर में प्रापर्टी के रेट 18.3 परसेंट की दर से बढ़े। इस इंडेक्स में देश के 10 प्रमुख शहरों में घरों की कीमतों को लेकर आंकड़े जुटाए गए हैं। फ्राईडे को जारी किए गए सेकेंड क्वार्टर के एचपीआई में ओवरऑल ग्रोथ रेट मात्र 2.8 परसेंट रह गई। जबकि पिछले फाइनेंशियल ईयर में इसी क्वार्टर में एनुअल ग्रोथ 5.7 परसेंट थी। ऐसे में यह रिपोर्ट हाउसिंग सेक्टर में छाई सुस्ती को भी दशार्1ती है।
फर्स्ट क्वार्टर से बेहतरआल इंडिया हाउस प्राइस इंडेक्स के तहत प्रमुख शहरों में प्रापर्टी की कीमतों को लेकर एनालिसिस होता है। फ्राईडे को आरबीआई ने 2019-20 के दूसरे क्वार्टर में हाउस प्राइस इंडेक्स को लेकर रिपोर्ट जारी की। इसमें ओवरआल ग्रोथ रेट 2.8 परसेंट रहा। जबकि इसी साल पहले क्वार्टर में ग्रोथ रेट महज 2.3 परसेंट की था। इस लिहाज से दूसरे क्वार्टर में 0.5 परसेंट की ग्रोथ हुई। वहीं एचपीआई में कानपुर में घरों की कीमतों लेकर बात करें तो यहां देश के किसी भी दूसरे सिटी में घरों की कीमतों में 18.3 फीसदी का इजाफा हुआ। जोकि आल इंडिया रेट से कहीं ज्यादा है। कानपुर के बाद हाउस प्राइस में सबसे बेहतर ग्रोथ जयपुर में दिखी जोकि 12 परसेंट है। जबकि नेशनल कैपिटल दिल्ली में इसी दौरान प्रापर्टी के रेट बढ़ने की बजाय उसमें निगेटिव ग्रोथ दिखाई दी। यहां एचपीआई ग्रोथ रेट माइनस 2.6 परसेंट रहा।
एचपीआई में शामिल ये सिटीज- अहमदाबाद, बेंगलुरू, चेन्नई, दिल्ली, जयपुर, कानपुर, कोच्चि, कोलकाता, मुंबई और लखनऊ।आल इंडिया एचपीआई ग्रोथ रेट-2.8 परसेंटएचपीआई में सबसे ज्यादा ग्रोथ करने वाला सिटी- कानपुर- 18.3 परसेंटएचपीआई में सबसे कम ग्रोथ वाला सिटी- दिल्ली- माइनस 2.6 परसेंटkanpur@inext.co.in