कमिश्नरेट पुलिस के तमाम दावों के बावजूद थाना स्तर पर खाकी जमकर घूसखोरी कर रही है. इस बार घूसखोरी में फंसी है बिल्हौर पुलिस. चोरी की दाल खरीदने के आरोपियों को छोडऩे के बदले 38 हजार रुपए घूस लेने में सब इंस्पेक्टर दिलीप कुमार और अंकुर मलिक को सस्पेंड कर दिया गया. जबकि इंस्पेक्टर बिल्हौर केशव कुमार तिवारी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैैं. मामले के आठ दिन बाद डीसीपी वेस्ट राजेश सिंह ने जांच के बाद ये कार्रवाई की है. जिससे भ्रष्ट पुलिस कर्मियों में अफरा तफरी मची है.

कानपुर (ब्यूरो)। कमिश्नरेट पुलिस के तमाम दावों के बावजूद थाना स्तर पर खाकी जमकर घूसखोरी कर रही है। इस बार घूसखोरी में फंसी है बिल्हौर पुलिस। चोरी की दाल खरीदने के आरोपियों को छोडऩे के बदले 38 हजार रुपए घूस लेने में सब इंस्पेक्टर दिलीप कुमार और अंकुर मलिक को सस्पेंड कर दिया गया। जबकि इंस्पेक्टर बिल्हौर केशव कुमार तिवारी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैैं। मामले के आठ दिन बाद डीसीपी वेस्ट राजेश सिंह ने जांच के बाद ये कार्रवाई की है। जिससे भ्रष्ट पुलिस कर्मियों में अफरा तफरी मची है।
ये थी वारदात
बिल्हौर थाना क्षेत्र के जानकी पैलेस गेस्ट हाउस के सामने विजय कटियार के गल्ले की गोदाम की दीवार काट कर उर्द मूंग की 11 बोरी चोरी की वारदात को अज्ञात चोरों ने अंजाम दिया था। सुबह गल्ला गोदाम की दुकान पर आते ही दुकानदार ने देखा कि दीवाल में सेंध लगी हुई और 11 बोरी उरद मूंग (साढ़े पांच कुंतल) चोरी हो गई है। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आसपास के सीसीटीवी कैमरे चेक करने में जुटी।

पिता-पुत्र को किया था गिरफ्तार
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए तो पुलिस पॉथ ट्रेस करते हुए धनीराम और उनके बेटे राजू तक पहुंच गई। पुलिस ने राजू के गोदाम से साढ़े पांच कुंतल दाल बरामद कर ली। पुलिस ने पिता पुत्र को हिरासत में लिया और चोरों की तलाश शुरू की। चोर तो नहीं मिलेे लेकिन सब इंस्पेक्टर दिलीप कुमार और अंकुर मलिक ने राजू को छोडऩे के बदले 38 हजार रुपये का सौदा कर लिया। इसके बाद पुलिस ने चोरों की तलाश पूरी की जो आज तक पूरी न हो पाई।

शिकायत मिलने पर शुरू की थी जांच
पुलिस को धनीराम के परिवार ने जानकारी दी कि उनके बेटे को छोडऩे के लिए 38 हजार रुपये लिए गए हैैं और रुपये की मांग की जा रही है। शिकायत मिलने पर डीसीपी वेस्ट राजेश सिंह ने जांच शुरू की। शिकायत की पुष्टि होने पर डीसीपी ने अपनी रिपोर्ट सीनियर ऑफिसर्स को दी। जिसके बाद दोनों को सस्पेंड कर दिया गया।


वसूलीबाज यू ट्यूबर और भ्रष्ट पुलिस कर्मियों के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार चल रहा है। जिसमें लगातार कार्रवाई की जा रही है। अगर कोई पुलिस कर्मी किसी भी तरह का भ्रष्टाचार कर रहा है तो उसकी जानकारी दें, जांच कराने के बाद उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हरीश चंदर, एडिशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर

Posted By: Inextlive