मार्निग वॉकर्स की सांसों में घुल रहा 'जहर'
- मोतीझील जैसे एरिया में स्थिति खतरनाक, नॉर्मल से 8 गुना रिकॉर्ड किया गया एयर पॉल्यूशन
-सिटी के रेजीडेंशियल एरिया में भी पॉल्यूशन की स्थिति 'सीवियर' KANPUR: दिवाली के बाद वेडनसडे को मौसम ने करवट ली तो सिटी पर बदली और धुंध के साथ पॉल्यूशन का 'काला साया' छा गया। हालात इतने खराब हैं कि जिस जगह पर कानपुराइट्स स्वच्छ हवा में सांस लेने के लिए जाते हैं वहां भी पॉल्यूशन की स्थिति नॉर्मल से 8 गुना थी। जी हां, मोतीझील में भी पॉल्यूशन का लेवल 500 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तक पहुंच गया। जो यहां अपनी सेहत सुधारने के लिए आने वाले मार्निग वॉकर्स की सांसों में 'जहर' घोलने का काम कर रहा है। कुछ ऐसी ही हालत सिटी के दूसरे एरियाज में भ्ाी रही। रियल टाइम डाटा कलेक्शनकानपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सिटी में अलग अलग जगहों पर लगे सेंसर्स ने जो रियल टाइम डाटा कलेक्ट किया, उसमें सुबह से लेकर रात तक पॉल्यूशन लेवल मानक से कहीं ऊपर रहा। पॉल्यूशन से बने यह हालात कई बार सीवियर कंडीशन में पहुंच गए। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के नेहरू नगर स्थित मानीटरिंग सेंटर में भी वेडनसडे शाम को दर्ज किया गया पीएम2.5 का स्तर मानक से 6 गुना से ज्यादा था।
- स्मार्ट सिटी में पॉल्यूशन का ग्राफ
एरिया-एक्यूआई-पीएम10-पीएम2.5 गुरुदेव चौराहा-500-558-400 जाजमऊ चुंगी-500-640-469 मोतीझील-485-491-361 सचान गेस्ट हाउस चौराहा-426-385-284 टाटमिल-419-373-275 शास्त्रीचौक-406-350-258 मरियमपुर-392-326-240 घंटाघर-354-257-189 रावतपुर तिराहा-314-187-137 फूलबाग-280-158-14 नोट- सभी आंकड़े माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर में, पीएम-2.5 और 10 का मानक स्तर 60 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर है। ------------------ सांसों में बढ़ा 'जहर' मेडिकल कालेज में मेडिसिन डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। ब्रजेश कुमार ने बताया कि ओपीडी में दो दिन में ही सांस की प्रॉब्लम वाले पेशेंट्स बढ़े हैं। उन्होंने बताया कि वायरल फीवर के पेशेंट्स तो पहले से ही इतने ज्यादा थे। अब लंग्स इंफेक्शन, गले में इंफेक्शन, अस्थमा के पेशेंट्स भी काफी पहुंचे हैं। वहीं मुरारी लाल चेस्ट हॉस्पिटल में भी वेडनसडे की ओपीडी में आम दिनों से ज्यादा संास रोगी पहुंचे।