Kanpur Crime News: बुजुर्गों को इजरायली मशीन से जवान बनाने का झांसा देकर 35 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले राजीव दुबे ने मंडे को डीसीपी साउथ ऑफिस में सरेंडर कर दिया. राजीव ने बताया मैंने कहीं एड नहीं किया है. रेनू चंदेल ही मल्टी मार्केटिंग का प्लान लेकर आई थी. पूरे मामले में मेरी पत्नी का कोई दोष नहीं है उसे फंसाने की कोशिश की जा रही है.

कानपुर (ब्यूरो)। Kanpur Crime News: बुजुर्गों को इजरायली मशीन से जवान बनाने का झांसा देकर 35 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले राजीव दुबे ने मंडे को डीसीपी साउथ ऑफिस में सरेंडर कर दिया। पुलिस को राजीव ने बताया, मैंने कहीं एड नहीं किया है। रेनू चंदेल ही मल्टी मार्केटिंग का प्लान लेकर आई थी। पूरे मामले में मेरी पत्नी का कोई दोष नहीं है, उसे फंसाने की कोशिश की जा रही है। कहा कि उसने कभी भी इजराइल से मशीन लाने का दावा नहीं किया है.&य वहीं, जांच के दौरान रिवाइवल वल्र्ड के बैंक खाते में 76 लाख जबकि राजीव के खाते में सिर्फ 600 रुपये मिले हैं। इस अमाउंट की आउटगोइंग और इनकमिंग का सोर्स क्या है? उसकी तलाश की जा रही है। फिलहाल राजीव अभी पुलिस हिरासत में है। उससे पूछताछ की जा रही है।

कस्टमर बढ़ाने को करता था सेमिनार
दरअसल, एसआईटी की नोटिस पर आरोपी राजीव दुबे डीसीपी साउथ ऑफिस में बयान देने पहुंचा था। पुलिस को उसने बताया कि इस तरह की मशीन इजराइल में होती है। नेट पर उसने केवल लोगों को मशीन दिखाई और कहा कि इस तरह की मशीन लाएंगे। राजीव ने बताया कि वह कस्टमर बढ़ाने के लिए सेमिनार करता था। जिसकी ऑडियो और वीडियो भी पुलिस को उपलब्ध कराई गई। इसमें राजीव सेमिनार के दौरान इजराइली मशीन की जानकारी देता सुनाई दे रहा है।

मशीन की जांच के लिए सीएमओ को लेटर
डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि मामले के इनवेस्टिगेशन अधिकारी ने सीएमओ को लेटर भेजकर ये रिपोर्ट मांगी है कि क्या ऐसी कोई मशीन है? साथ ही जो मशीन बरामद की गई है उसकी जांच के लिए भी कहा गया है। रिपोर्ट के लिए आईओ ने रिमाइंडर भी भेज दिया है। उन्होंने बताया कि जो एप बनाया गया था उसके मार्फत लेन देन किया गया है। उसका ऑपरेशन फंक्शन बंद कर दिया गया है। इस एप को बनाने वाले की जानकारी की जा रही है, जिससे इसका फंक्शन ओपन कराने के बाद रुपये के लेन देन की जानकारी होगी।

सीडीआर से खुलेंगे राज
एसआईटी सूत्रों की माने तो राजीव शातिर है लिहाजा वह कभी भी नॉर्मल कॉल नहीं करता था, वह लोगों को वाट्सएप कॉल करता था, जिसे डिलीट किया जा चुका है। एसआईटी बीते छह महीने की कॉलिंग पर काम कर रही है। कॉन्टैक्ट लिस्ट में भी जो नंबर सामने आए हैैं। उनमें से राजीव के मिलने वालों की तलाश की जा रही है। वाट्सएप कॉल रिट्रीव करने के लिए कंपनी को लिखा गया है। राजीव के सोशल मीडिया पर भी एसआईटी की इनवेस्टिगेशन विंग काम कर रही है। पुलिस राजीव से ये जानकारी कर रही है कि आखिर ये आइडिया किसका था? हालांकि राजीव ने इस पूरे मामले में केस दर्ज कराने वाली स्वरूप नगर निवासी रेनू को ही आरोपी बताया है। इसके अलावा भी कई लोगों के नाम बताए जो अपने फायदे के लिए नए कस्टमर्स की तलाश करते थे।


जो भी काम करता था कमीशन के लालच में काम करता था
राजीव ने एसआईटी को बताया कि जो भी व्यक्ति उसके साथ जुड़ता था, वह कमीशन के लालच में जुड़ता था, चेन सिस्टम की तरह लोग एक दूसरे से संपर्क कर माउथ पब्लिसिटी करते थे और 1 से 11 और 11 से 101 और इसी तरह मेंबर बनते चले जाते थे। संडे को तीन लोगों ने अपने बयान दर्ज कराए थे, जबकि मंडे को 10 लोगों को बयान दर्ज कराने थे। देर शाम तक लोगों ने बयान दर्ज कराए। एसआईटी को बताया कि राजीव बहुत कम लोगों से मिलता था। हमेशा एटीट्यूड़ में रहता था। वह केवल उन्हीं लोगों से बात करता था जो रुपये का लेन देन करते थे और जिनके संपर्क में ज्यादा लोग हुआ करते थे।

लग्जरी शौक वाले राजीव की हवाइयां उड़ी
बड़ी-बड़ी बातें करने वाला राजीव जब मंडे को डीसीपी ऑफिस पहुंचा तो उसकी हवाइयां उड़ी हुई थीं। काली सफेद दाढ़ी और साधारण कपड़ों में देख उसे उसके साथ के ही लोग नहीं पहचान पाए। लोगों का कहना था कि राजीव लग्जरी शौक रखता था। हमेशा बड़ी-बड़ी बातें करता था। महंगी गाडिय़ां, फ्लाइट और महंगे रेस्टोरेंट के साथ उसका शौक महंगे कपड़े और घडिय़ां पहनने का भी था। हाई फाई बातें करने की वजह से उसे कोई पकड़ नहीं पाता था।


छह महीने बाद आपकी रकम हो जाएगी 10 गुनी
पुलिस को बयान देने आए प्रमोद ने बताया कि उससे कहा था कि उसकी रकम छह महीने में दो गुनी हो जाएगी। किसी भी कारोबार में रुपया इतनी तेजी से नहीं बढ़ता है, जितना रुपये लगाओगे उससे ज्यादा कहीं पाओगे।


कई लोग थे राजीव के प्रभाव में
चकेरी में रहने वाली ठगी की पीडि़त प्रभा ने बताया कि कानपुर के कई बड़े लोग राजीव के प्रभाव में थे। एक बार बात करने के दौरान वह लोगों को अपनी लच्छेदार बातों में इस कदर फांस लेता था कि उसकी पकड़ से छूटने में काफी समय लग जाता था।

राजीव से पूछताछ की जा रही है। ऑन लाइन और ऑफलाइन लेनदेन, मशीन के संबंध में और जो दावा किया था उसकी जानकारी की जा रही है। अभी तक केस में कोई धारा नहीं बढ़ाई गई है और न ही कोई केस दर्ज किया गया है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उनके मुताबिक धाराएं बढ़ाई जाएंगी।
अंकिता शर्मा, डीसीपी साउथ

Posted By: Inextlive