अब एक शहर, एक टैक्स
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KANPUR : अब वह दिन दूर नहीं जब हाउस टैक्स के साथ ही आपसे वाटर और सीवर टैक्स भी वसूला जाएगा। नगर निगम की आय बढ़ाने और टैक्स का एकीकरण करने के लिए स्थानीय निकाय निदेशालय स्तर पर इस प्लानिंग को अंतिम रूप देने का काम शुरू कर दिया गया है। अब कानपुर नगर निगम 'एक शहर, एक टैक्स' पर काम कर रहा है। इसके लिए नगर निगम के नियमित, संविदा और आउटसोर्स कर्मचारियों की डिटेल्स भी मांगी गई है। इसे पीआईएस (पर्सनल इंफॉर्मेशन सिस्टम) में अपलोड किया जाएगा।
लगेगा 16 परसेंट टैक्स
शहर में 2.69 लाख लोग वाटर और 2.50 लाख लोग सीवर टैक्स अदा करते हैं। जबकि हाउस टैक्स चुकाने वालों की संख्या 4 लाख से अधिक है। ऐसे में हाउस टैक्स के साथ वाटर और सीवर टैक्स को जोड़ देने से नगर निगम की आय में वृद्धि होगी। दरअसल, शासन स्तर पर मिलने वाली निधि में लगातार कटौती की जा रही है। ऐसे में स्थानीय स्तर पर नगर निगम की आय बढ़ाने के नए-नए श्रोत ढूंढे जा रहे हैं। टैक्स के बिल का एकीकरण होने से लोगों को सालाना 16 परसेंट टैक्स अदा करना होगा। अभी तक 12 परसेंट हाउस टैक्स और 4 परसेंट में वाटर और सीवर टैक्स शामिल होता है। बता दें कि शासन स्तर से मिलने वाली नगर निगम निधि में 82 लाख रुपए की और कटौती कर दी गई है।
शहर में वाटर और सीवर लाइनों की मेंटीनेंस के लिए नगर निगम अपनी निधि से बजट देता है। जबकि नगर निगम को टैक्स वसूली का कोई भी हिस्सा नहीं दिया जाता है। ऐसे में सीवर और वाटर टैक्स को हाउस टैक्स में जोड़ देने से नगर निगम की आय में वृद्धि होगी और उसे अधिक टैक्स भी मिलेगा।कम हाउस टैक्स चिंता का विषय
अपर नगर आयुक्त फर्स्ट अमृत लाल बिंद के मुताबिक कर अधीक्षक टारगेट से काफी कम वसूली कर रहे हैं। अभी तक 25 परसेंट वसूली ही की जा सकी है। शासन स्तर पर मिलने वाले बजट में लगातार कटौती की जा रही है, ऐसे में 1 हफ्ते में वसूली के लक्ष्य को दोगुना किया गया है। टैक्स में बढ़ोत्तरी नहीं हुई तो नगर निगम में सैलरी व पेंशन के अलावा गाडि़यों के डीजल तक का बजट नहीं होगा। इसके लिए सभी टैक्स अधीक्षकों को कर वसूलने के लिए दोगुना लक्ष्य किया गया है।
टैक्स वसूली में 'खेल'
नगर निगम सूत्रों के मुताबिक जोन-4 में राजस्व निरीक्षक पिछले कई सालों से जमे हुए हैं। वहीं निरीक्षक टैक्स वसूलने के बजाय लोगों से सांठ-गांठ कर नगर निगम को घाटा पहुंचा रहे हैं। वहीं जोन-4 में ही लक्ष्य के मुकाबले सबसे कम वसूली हुई है। ऐसे में राजस्व निरीक्षकों पर कार्रवाई के निर्देश भी अपर नगर आयुक्त ने दिए हैं।
4 32020 11354 20666
5 75009 10945 640646 83149 23684 59465 24 जनवरी तक टैक्स की वसूली जोन वसूली की रकम 7 दिन में वसूली का लक्ष्य 1 63.49 लाख 1.50 करोड़2 91.39 लाख 1.50 करोड़3 1.45 करोड़ 1 करोड़
4 55.72 लाख स्वत: निर्धारण5 1.66 करोड़ 1.50 करोड़6 1.14 करोड़ 1.50 करोड़ शहर में वाटर व सीवर टैक्स -4 परसेंट सलाना वसूला जाता है सीवर और वाटर टैक्स।-2.5 लाख लोग देते हैं सीवर टैक्स।-2.69 लाख जमा करते हैं वाटर टैक्स।-12 परसेंट सलाना वसूला जाता है हाउस टैक्स।हाउस टैक्स के साथ ही वाटर और सीवर टैक्स वसूलने की योजना जल्द लागू होगी। आंकड़े जुटाए जा रहे हैं। कर्मचारियों की डिटेल भी मांगी गई है। ऑनलाइन टैक्स वसूली को बढ़ावा दिया जाएगा।-डॉ। काजल, डायरेक्टर, स्थानीय निकाय निदेशालय।टैक्स की कम वसूली चिंता का विषय है। इसको बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। कई कर अधीक्षकों व राजस्व निरीक्षकों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। 1 हफ्ते में टैक्स वसूली के नए लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं।-अमृत लाल बिंद, अपर नगर आयुक्त फर्स्ट।