केडीए की जमीनों और हाउसिंग स्कीम के लैंड ऑडिट की शुरुआत में बड़ा खुलासा हुआ. ऑडिट में केडीए गायब किए गए प्लॉट्स की केडीए इम्प्लाइज की करतूत खुलकर सामने आ रही है. अभी केवल एक हाउसिंग हाउसिंग स्कीम का लैंड ऑडिट हुआ है जिसमें एक-दो नहीं हैं बल्कि दर्जनों की संख्या में प्लॉट मिले हैं.

कानपुर (ब्यूरो)। केडीए की जमीनों और हाउसिंग स्कीम के लैंड ऑडिट की शुरुआत में बड़ा खुलासा हुआ। ऑडिट में केडीए गायब किए गए प्लॉट्स की केडीए इम्प्लाइज की करतूत खुलकर सामने आ रही है। अभी केवल एक हाउसिंग हाउसिंग स्कीम का लैंड ऑडिट हुआ है, जिसमें एक-दो नहीं हैं बल्कि दर्जनों की संख्या में प्लॉट मिले हैं। इनकी कीमत एक अरब रुपए से भी अधिक है। इससे खुद ही अंदाजा लगाया जा सकता है प्लॉट्स के एलॉटमेंट में केडीए में कितना बड़ा खेल हो रहा है? जानकारों के मुताबिक जैसे-जैसे अन्य हाउसिंग स्कीम का लैंड ऑडिट होगा और भी कारनामे खुलकर सामने आएंगे।

5275 हेक्टेयर जमीन

केडीए का वर्ष 1973 में गठन हुआ है। केडीए के पास 5275.5510 हेक्टेयर जमीन कब्जा प्राप्त थी। इसमें
85 ग्र्राम समाज की 3947.719 हेक्टेयर जमीन भी शामिल थी। इसके अलावा अर्बन सीलिंग की 543.360 और 684.472 हेक्टेयर अर्बन सीलिंग की भूमि थी। टोटल जमीन में से केडीए अब तक 3385.53 हेक्टेयर जमीन पर विभिन्न हाउसिंग स्कीम्स की प्लानिंग कर चुका है। इनमें किदवई नगर, जूही डब्ल्यू 2, वल्र्ड बैंक बर्रा, रतनलाल नगर, सुजातगंज, श्याम नगर आदि हाउसिंग स्कीम शामिल हैं।

प्राइवेट कम्पनी के जरिए लैंड ऑडिट

केडीए अब जमीनों को लेकर लैंड ऑडिट करा रहा है। इसमें वह जमीनें भी शामिल हैं, जिन पर वह हाउसिंग प्रोजेक्ट या स्कीम ला चुका है और फ्लैट व प्लॉट्स बेंचे जा चुके हैं। इसके लिए एक प्राइवेट कम्पनी कम्पनी लगाई गई है।

इन स्कीम व जमीनों से की शुरूआत

कम्पनी की टीम ने सुजातगंज के साथ किदवई नगर हाउसिंग स्कीम का लैंड ऑडिट की शुरुआत की है। इसके अलावा केडीए के स्वामित्व वाली 13 गांवों की ग्र्राम समाज जमीनों का 1359 फसली से मिलान कर रही है। इसमें हंसपुरम, जरौली, बिगनवां, कल्याणपुर, नर्वल, गौरिया, टिकरा पैगंबरपुर, पुरवा नानकारी, हसनपुर, बारासिरोही, मोहसिनपुर उर्फ मसवानपुर, कल्याणपुर कलां, काकादेव आदि शामिल हैं।

मीटिंग में रखी गई रिपोर्ट

पिछले दिनों कमिश्नर अमित गुप्ता की अध्यक्षता में हुई केडीए के कार्यो को लेकर मीटिंग हुई। इसमें केडीए वीसी मदन सिंह गब्र्याल, सेक्रेटरी शत्रोहन वैश्य, एडीशनल सेक्रेटरी डा। गुडाकेश शर्मा, चीफ इंजीनियर आशु मित्तल आदि थे। इस मीटिंग में लैंड ऑडिट कर रही कम्पनी की प्रोग्र्रेस रिपोर्ट भी रखी गई। ऑफिसर्स के कम्पनी ने सुजातगंज हाउसिंग स्कीम में एलॉटेड प्लाट्स व भवनों का मिलान किया गया। इसमें 61 प्लॉट मिले हैं। इसमें से 23 प्लॉट ऐसे मिले हैं, जिनके ओनर्सशिप का डिटेल उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा 38 प्लॉट एक्स्ट्रा पाए गए हैं। इन प्लाट्स की टोटल कीमत लगभग 1.03 अरब रुपए हैं।

ये हाउसिंग स्कीम डेवलप की
पनकी गंगागज, रतनपुर, जवाहरपुरम, शताब्दी नगर, स्वर्ण जयन्ती विस्तार, किदवई नगर, दबौली, गुजैनी, जरौली, बसन्त विहार, साकेत नगर, निराला नगर, जूही, हाईवे सिटी, जाजमऊ, दयानन्द विहार, इंद्रा नगर, वरूण विहार, गुंजन विहार, रविदासपुरम, दीनदयालपुरम आदि

Posted By: Inextlive