एक्सीडेंट से डेथ में कानपुर देश में सबसे आगे
- मिनिस्ट्री आफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवेज की रिपोर्ट में खुलासा, क्रैश सिविएरिटी यानी प्रति 100 हादसों में मरने वालों की दर कानपुर में सबसे ज्यादा
- रोड एक्सिडेंट में मौतों के मामले में देश में 5वें नंबर पर, एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक हाईवे पर देश में सबसे ज्यादा मौतें कानपुर में KANPUR: सचेंडी में हाईवे पर मंगलवार रात हुए भीषण हादसे के बाद कानपुर में रोड सेफ्टी को लेकर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं। हालांकि सिटी में हुए एक्सीडेंट के आंकड़ों पर नजर डाले तो पता चलता है कि कानपुर की सड़के देश में सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं। ऐसा एनसीआरबी के आंकड़े और मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट की रिपोर्टे भी बताती हैं। देश में हाईवे पर होने वाले एक्सीडेंट्स और उसमें होने वाली मौतों में कानपुर पूरे देश में अव्वल है। क्रैश सिविएरिटी रेट 45 परसेंटजबकि मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक कानपुर में रोड एक्सिडेंट्स में क्रैश सिविएरिटी रेट देश में सवार्धित 45 परसेंट हैं। यही नहीं बिल्हौर से गुजरने वाले आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे में भी 79 लोगों की मौत एनसीआरबी के डाटा के मुताबिक रोड एक्सिडेंट्स में हुई। कानपुर में एक्सिडेंट्स में हुई मौतों की संख्या इस लिए भी ज्यादा हैं क्योंकि यहां एक्सिडेंटल ट्रामा के पेशेंट्स के इलाज के लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं है। न ही कोई एपेक्स ट्रामा सेंटर हैं।
हाईवे पर इन क्षेत्रों सबसे ज्यादा हादसे- महाराजपुर, चकेरी, नौबस्ता, बिधनू, घाटमपुर, सचेंडी, पनकी, ि1बल्हौर। कानपुर से गुजरते कितने नेशनल हाईवे- एनएच-91(जीटी रोड),एनएच-19(कानपुर-प्रयागराज) एनएच-27(कानपुर-लखनऊ),एनएच-86(कानपुर-सागर))। डाटा- रोड एक्सीडेंट्स में सबसे ज्यादा मौतें इन शहरों में शहर- मौतें- क्रैश सीविएरिटी रेट दिल्ली-1463-26.1 जयपुर-1283-30 चेन्नई-1283-18.4 बेंगलुरू-768- 6.4 कानपुर-692- 45.5 यूपी में कैश सिविएरिटी की दर - 53.2 आल इंडिया एवरेज- 33.7 नोट- यह आंकड़े केंद्रीय सड़क परिवहन एवं हाइवे मंत्रालय की रोड एक्सिडेंट्स इन इंडिया 2019 की रिपोर्ट से, यह रिपोर्ट नवंबर 2020 में जारी की गई थी। क्या कहते हैं एनसीआरबी के आंकड़े- सिटी में कहां पर सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट- नेशनल हाईवे- घटनाएं- 495 मौतें- 334 घायल-161 स्टेट हाईवे- घटनाएं- 325 मौतें- 131 घायल-194 एक्सप्रेस वे- घटनाएं- 78 मौतें- 37 घायल-41 अन्य सड़के- घटनाएं- 155 मौतें- 66 घायल-89 सिटी में किन वजहों से कितने हादसे- रैश ड्राइविंग- घटनाएं- 289 घायल-137 मौतें- 152 ओवर स्पीडिंग- घटनाएं- 256 घायल-111 मौतें- 145 ड्रिंक एंड ड्राइव- घटनाएं-32 घायल-24 मौतें- 8 ड्राइवर की थकान घटनाएं- 45 घायल-20 मौतें- 25 खराब मौसमघटनाएं- 245
घायल-101 मौतें-144 सोर्स- यह आंकड़े नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के एक्सीडेंटल डेथ एंड सुसाइड इन इंडिया 2019 की रिपोर्ट से