Kanpur Crime News: नजूल की जमीन पर कब्जे के आरोपियों की तलाश में दबिश जारी
कानपुर (ब्यूरो)। 1700 करोड़ की नजूल की जमीन पर कब्जे का प्रयास में गिरफ्तार पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अवनीश दीक्षित और उनके साथियों की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। पुलिस ने बीते 24 घंटे में अवनीश के आधा दर्जन साथियों के घर दबिश देकर घर वालों से पूछताछ की, वहीं सभी आरोपियों की संपत्ति का डिटेल भी कलेक्ट करना शुरू कर दिया है। जिन पुराने मामलों मेें अवनीश या उससे संबंधित लोग फाइनल रिपोर्ट लगवा चुके थे, अब उन्हीं मामलों की री-इंवेस्टिगेशन के आदेश दिए गए हैैं। मंगलवार को जहां अनवगरगंज थाने में अवनीश के खिलाफ जमीन पर कब्जे का नया मुकदमा दर्ज हुआ था तो वहीं बुधवार को कर्नलगंज स्थित एक विवादित स्थान पर प्लॉटिंग की शिकायत पुलिस कमिश्नर से की गई है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
झांसी से फतेहपुर तक दबिश
अवनीश को जमीन की पॉवर ऑफ अर्टानी करने वाले हरेंद्र मसीह की तलाश भी तेज हो गई है। कमिश्नरेट की टीम ने झांसी और फतेहपुर में उसकी तलाश में छापेमारी की, जिसमें हरेंद्र मसीह तो नहीं मिले लेकिन पुलिस ने उनके परिवार वालों से गहन पूछताछ की। झांसी और फतेहपुर में हरेंद्र मसीह के खिलाफ केस दर्ज हैैं। एडिशन सीपी हरीश चंदर ने बताया कि 28 जुलाई को सिविल लाइन की जमीन पर कब्जा करने गए अवनीश दीक्षित के अलावा उसके साथी अब तक फरार हैं। जिन लोगों को नामजद किया गया था, उनके घर पर दबिश दी जा रही है।
आरोपियों की तलाश में पुलिस की 10 टीमें और 100 से ज्यादा पुलिस कर्मियों को लगाया गया है। पुलिस टीम ने कोयला नगर निवासी विवेक पांडेय उर्फ सोनू, उनके बहनोई परेड निवासी रज्जन तिवारी और चालीस दुकान निवासी राहुल बाजपेई के घर पर भी छापेमारी की। बुधवार देर शाम अवनीश के साथी मनोज यादव और अजीत यादव के घर भी पुलिस ने रेड की और परिवार वालों से पूछताछ की। नामजद आरोपी जीतेश झा की तलाश में ग्वालटोली और हरबंस मोहाल में छापा मारा। इसके अलावा हरेंद्र मसीह के आवास पर भी छापेमारी की गई। पता चला कि हरेंद्र एक महीने से फरार है।
न गिरफ्तारी, न सबूत मिला
एफआईआर में नामजद अन्य आरोपियों की तलाश में कानपुर के अलग-अलग ठिकानों और शुक्लागंज व उन्नाव में भी पुलिस की टीमों ने देर रात छापेमारी की। हालांकि, पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा। पुलिस न ही किसी आरोपी की अरेस्टिंग कर सकी और न ही कोई एविडेंस बरामद हुआ। ये छापेमारी एसीपी अनवरगंज आईपी सिंह, एसीपी चकेरी दिलीप सिंह और एसीपी बाबूपुरवा अमरनाथ यादव ने 11 थानों की फोर्स के साथ की।
एक अगस्त को होगी सुनवाई
सिविल लाइंस में बेशकीमती नजूल की जमीन पर कब्जा करने के प्रयास में लेखपाल विपिन कुमार की ओर से कोतवाली थाने में अवनीश दीक्षित समेत दो दर्जन से अधिक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। मामले में अवनीश के वकील शिवाकांत दीक्षित ने सीजेएम सूरज मिश्रा की कोर्ट में प्रार्थना-पत्र दाखिल कर न्यायिक अभिरक्षा में लिए जाने की गुहार लगाई थी। इस पर कोर्ट ने आरोपी को तलब किया था। मंगलवार शाम करीब 4:30 बजे कड़े सुरक्षा घेरे में अवनीश को जेल से लाकर कोर्ट में पेश किया गया। सरेंडर करते ही अधिवक्ता ने जमानत की अर्जी दाखिल कर दी। जिस पर एक अगस्त को सुनवाई होगी। उधर जमीन का विवाद इमैनुअल और सैमुअल के बीच चल रहा था। हरेंद्र मसीह बीच में कैसे आ गए। इन सभी तथ्यों पर जांच की जा रही है। हालांकि एक बात साफ है कि नजूल की जमीन पर कब्जा करने की नीयत से एक संगठित गिरोह काम कर रहा था।
वारदात के दौरान का वीडियो मिला
एडिशनल सीपी हरीश चंदर ने बताया कि जमीन पर कब्जा करने के प्रयास की वारदात के दौरान के कई वीडियो सामने आए हैं। इसमें अवनीश का वीडियो भी है। जिससे साफ है कि अवनीश दीक्षित मौके पर थे। अवनीश के घरवालों ने जिस सीसीटीवी का हवाला देकर उन्हें बचाने का प्रयास किया गया है। उस सीसीटीवी फुटेज को भी जांच में शामिल किया गया है।
जिन मामलों में फाइनल रिपोर्ट लग चुकी है, वे मामले भी पुलिस ने खंगालने शुरू कर दिए हैैं। जिन पुलिस अधिकारियों ने ये फाइनल रिपोर्ट लगाई है। ये जानने की कोशिश की जा रही है कि जो मामले चार्जशीट होने के लायक थे, उनमें फाइनल रिपोर्ट किस वजह से लगाई गई, पुलिस कमिश्नर ने बताया कि उन पुलिसकर्मियों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे कि किस मजबूरी में फाइनल रिपोर्ट लगाई गई।
वीडियो में दिखने वाले आरोपी शहर छोडक़र फरार
अवनीश दीक्षित की गिरफ्तारी के बाद जो लोग कोतवाली में हंगामा कर रहे थे, उनके वीडियो सामने आ गए हैैं। साथ ही जो लोग कब्जे के दौरान मौके पर थे, उनकी भी वीडियो और फोटो पुलिस के पास आ गई हैैं। पुलिस ने जब इन लोगों की तलाश शुरू की तो ये आरोपी शहर छोडक़र और फोन बंद कर फरार हो गए। पुलिस ने इनकी तलाश में टीमें भेजी हैैं।