कानपुर: सात साल भी न चल सकी घोटाले की बारातशाला
कानपुर (ब्यूरो)। घोटाले के मैटेरियल से वार्ड 59 सीसामऊ में बनी बारातशाला सात साल भी नहीं चल सकी। 24.59 लाख से बनी बारातशाला को नगर आयुक्त ने कंडम घोषित कर उसे तोडऩे का आदेश दिया है। चीफ इंजीनियर की जांच रिपोर्ट में बरातशाला को जर्जर बताने के बाद नगर आयुक्त ने उसे खतरनाक घोषित कर उसे बनाने वाले कांट्रैक्टर व इंजीनियर के खिलाफ कार्रवाई का आदेश भी दिया है।
2016 में हुआ था निर्माण
वार्ड 59 सीसामऊ उत्तरी का यह मामला है। पुराना सीसामऊ में स्थित बृजभूषण अवस्थी प्राइमरी व जूनियर विद्यालय के बगल में नगर निगम की बरातशाला है। इस बरातशाला को नगर निगम ने वर्ष 2016 में तोड़कर नए सिरे से निर्माण कराया गया था। बरातशाला का निर्माण कराने के लिए ठेका श्रीराम इंटरप्राइेजज को छह मई 2016 में 24,59,410 रुपये का दिया गया था। एक मंजिला बना है। सात साल में ही इमारत खतरनाक हो गई है।
बीम में पड़ गई दरार
चीफ इंजीनियर की जांच रिपोर्ट में पाया कि बरातशाला की बीम मानक के अनुरूप नहीं डाली गई है और निर्माण सामग्री में भी कमी है। वर्तमान समय में बरातशाला में ताला लगाकर उसे सील कर दिया गया। चीफ इंजीनियर मनीष अवस्थी की जांच रिपोर्ट में बरातशाला की छत पर लोगों के खड़े होने पर कंपन होने लगता है। निर्माण सामग्री और सरिया डालने में गुणवत्ता का ध्यान नहीं दिया गया। बीम में दरार पड़ गयी है। जल निकासी भी ठीक नहीं होने के कारण छत पर पानी फंसता है।
बरातशाला खतरनाक घोषित कर दिया गया है। इसको गिराया जाएगा। साथ ही ठेकेदार और संबंधित अफसरों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
- शिव शरणप्पा जीएन, नगर आयुक्त