फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में कोरोना वायरस की सेकेंड वेव व थर्ड वेव दोनों आई लेकिन इसका असर आर्थिक गतिविधियों पर कम पड़ा है. इसकी पुष्टि बीते फाइनेंशियल ईयर के स्टेट जीएसटी कलेक्शन के आंकड़े दे रहे हैं. जिसके मुताबिक कानपुर में स्टेट जीएसटी के दोनों जोन मिला कर 850 करोड़ रुपए ज्यादा टैक्स कलेक्शन हुआ है. कानपुर का जोन एक प्रदेश में टाप फाइव में है वहीं जोन-2 सातवें नंबर पर है.


कानपुर (ब्यूरो) फाइनेंशियल ईयर 2020-21 के पहले महीने में ही कोरोना वायरस की सेकेंड वेव का सबसे ज्यादा असर हुआ था। जिससे कारोबार भी प्रभावित हुआ था। उसके बाद भी कानपुर के कारोबारियों ने स्टेट जीएसटी डिपार्टमेंट में 3,680.26 करोड़ रुपये का टैक्स 12 महीने में जमा किया था। इसमें जोन एक में 1,822.05 करोड़ तो जोन दो में 1,471 करोड़ रुपये टैक्स जमा किया गया था। इसके बाद भी दोनों जोन को इससे कहीं ज्यादा रेवेन्यू जुटाने का टारगेट दिया गया था। जोन एक को 3,442.87 करोड़ रुपये का लक्ष्य दिया गया तो जोन दो को 2,269.05 करोड़ रुपये का टैक्स एकत्र करने का लक्ष्य मिला था।

लक्ष्य मिलते ही दूसरी लहर
नया लक्ष्य मिलते ही कोरोना की दूसरी लहर आ गई थी जो काफी घातक साबित हुई थी। इससे बाजार भी प्रभावित हुए थे और उद्योग भी। इसके बाद भी कानपुर में उद्योग और कारोबार ने जल्द ही अपनी रफ्तार दोबारा पकड़ी और कोरोना से उबर कर बाजार में ग्राहकों की भीड़ भी जुटने लगी। एडीशनल कमिश्नर ग्रेड दो, जोन वन बृजेश मिश्र ने बताया कि फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में उसके पहले के साल के मुकाबले 850.98 करोड़ रुपये ज्यादा टैक्स कलेक्शन हुआ।

Posted By: Inextlive