सीएसए में पढ़ाई छोड़ कर सकेंगे जॉब, कोर्स पूरा करने का भी ऑप्शन
कानपुर (ब्यूरो)। सीएसए में पीएचडी और एमएससी के स्टूडेंट को मल्टीपल एग्जिट और एंट्री का ऑप्शन मिलेगा। पीएचडी और एमएससी के स्टूडेंट पढ़ाई को छोड़ कर जॉब करने के लिए जा सकेंगे। तय समय पर लौटकर आने पर उनको आगे की पढ़ाई पूरा करके डिग्री पाने का मौका मिलेगा। यह फैसिलिटी न्यू सेशन से लागू होने वाली न्यू एजूकेशन पॉलिसी से मिलेगी। गवर्नर हाउस को भी न्यू एजूकेशन पॉलिसी लागू करने के लिए लेटर भेजा जा चुका है। हालांकि यहां पर एनईपी की आंशिक गाइडलाइंस ही लागू हो सकें गी।
ऐसे होगी मल्टीपल एंट्री और एक्जिट
डीन एग्रीकल्चर प्रो। सीएल मौर्या ने बताया कि एमएससी का कोर्स मिनिमम 2 और मैक्सिमम 4 साल में पूरा करना होता है। यदि कोई स्टूडेंट दो साल बाद जॉब के लिए जाना चाहता है तो लिखित सूचना और अनुमति के बाद जा सकता है। उसको एडमिशन की डेट से चार साल के भीतर कोर्स पूरा करना होगा। इसी तरह पीएचडी को मिनिमम 3 और मैक्सिमम 6 साल में पूरी करनी होती है। कोई स्टूडेंट अगर तीन साल के बाद जाना चाहता है तो वह जा सकता है। पीएचडी में एडमिशन की डेट से 6 साल के भीतर पीएचडी पूरी करनी होगी। दोनों क्लास के स्टूडेंट्स को लिखित सूचना देने के बाद परमीशन लेनी होगी।
एनईपी में फंसा यह पेंच
एनईपी के तहत स्टूडेंट्स को अपने मेन स्ट्रीम कोर्स के साथ किसी अलग विषय को भी एडिशनल सब्जेक्ट के रूप में चुनना होता है। चूंकि सीएसए में सिर्फ एग्रीकल्चर और टेक्नोलॉजी की पढ़ाई होती है। इसलिए एग्रीकल्चर पढऩे वाले स्टूडेंट्स आट्र्स, मेडिकल या कामर्स आदि स्ट्रीम के किसी अन्य सब्जेक्ट को नहीं पढ़ पाएंगे। इसी कारण से एनईपी को आंशिक लागू किया जाएगा। हालांकि सीएसए के एक्सपर्ट इस मामले पर मंथन कर रहे है
यूजी के स्टूडेंट्स को एनईपी का नहीं मिलेगा लाभ
सीएसए में एनईपी लागू होने के बाद भी यूजी स्टूडेंट्स को खास बेनीफिट नहीं मिलेगा। सीएसए में सेमेस्टर सिस्टम पहले से ही लागू है। इसके अलावा अपनी स्ट्रीम से हटकर किसी अन्य स्ट्रीम का सब्जेक्ट लेने की फैसिलिटी यहां पर उपलब्ध नहीं है। ऐसे में यूजी स्टूडेंट्स को कोई खास लाभ नहीं होगा। एंटरप्रेन्योरशिप और सर्टिफिकेट कोर्स को लाभ इनको मिलेगा।
12 सर्टिफिकेट कोर्स भी हुए पास
एनईपी के तहत सीएसए के कॉलेज आफ कम्यूनिटी साइंस में फूड प्रोसेसिंग और एग्री जर्नलिज्म पर डिप्लोमा कोर्स चलेगा। यह दोनों कोर्स न्यू सेशन से चलेंगे। इसके अलावा अलग अलग डिपार्टमेंट्स में शार्ट टर्म के 12 सर्टि्िरफकेट कोर्सों को डिजाइन किया गया है। यह कोर्स एकेडमिक काउंसिल मे पास भी हो चुके है। जल्द ही उनको भी शुरू किया जाएगा।
स्टूडेंट में डेवलप की जाएगी एंटरप्रेन्योरियल स्किल
एनईपी के तहत स्टूडेंट्स में एंटरप्रेन्योरियल स्किल को डेवलप किया जाना है। इसके लिए यूजी, पीजी और पीएचडी तीनों क्लास के स्टूडेंट्स को सीएसए एग्री स्टार्टअप सेंटर के जरिए ट्रेनिंग दी जाएगी।
न्यू सेशन से एनईपी को लागू किया जा रहा है। तैयारियां पूरी हो चुकी है। एमएससी और पीएचडी के स्टूडेंट को मल्टीपल एंट्री और एक्जिट की फैसिलिटी दी जा रही है। इसके अलावा एंटरप्रेन्योरशिप स्किल, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्सों को भी लागू किया जा रहा है।
प्रो। सीएल मौर्या, डीन एग्रीकल्चर, सीएसए