नौकरी, मुआवजे का मरहम भी नहीं मिटा सका पति की मौत का गम
कानपुर (ब्यूरो) पुलिस की बेरहमी से पिटाई के बाद मनीष तो इस दुनियां को छोड़कर चले गए। इस एक साल में काफी कुछ बदल गया। गोरखपुर के रामगढ़ताल थाने के तत्कालीन दबंग इंस्पेक्टर जेएन सिंह, सब इंस्पेक्टर अक्षय मिश्रा और 4 अन्य पुलिस वाले तिहाड़ जेल पहुंच गए। सीबीआई ने इन सभी 6 पुलिस वालों के खिलाफ हत्या की चार्जशीट लगा दी है। सीबीआई की जांच में मनीष की हत्या के सबूत भी मिले। साथ ही सीबीआई ने इस केस में दो चश्मदीद भी बनाए हैं। पहला होटल कृष्णा पैलेस का मैनेजर आदर्श पांडेय और दूसरा मृतक मनीष का दोस्त हरबीर सिंह। मामला दिल्ली के स्पेशल कोर्ट में ट्रायल पर चल रहा है। केस में गवाहियों का दौर जारी है। उम्मीद है जल्द ही इस मामले में कोर्ट का फैसला भी आ जाएगा।
27 सितंबर 2021 की रात
बर्रा के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की गोरखपुर के रामगढ़ताल इलाके के होटल कृष्णा पैलेस में 27 सितंबर 2021 की रात पुलिस की पिटाई से मौत हो गई थी। परिवार वालों ने पुलिस की पिटाई से मौत का आरोप लगाया था। इस मामले में मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी ने रामगढ़ताल थाने पर तैनात रहे इंस्पेक्टर जेएन सिंह, दरोगा अक्षय मिश्र, राहुल दुबे, विजय यादव, कांस्टेबल कमलेश यादव और आरक्षी प्रशांत सहित 6 पुलिस वालों पर पति की हत्या का केस दर्ज कराया है। अभी आरोपी 6 पुलिस वालों के बर्खास्तगी की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। करीब 6 महीने पहले ही गोरखपुर पुलिस की ओर से इस मामले में आरोपी पुलिस वालों के बर्खास्तगी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी, जिस पर डीआईजी की संस्तुति भी हो गई है। लेकिन फिलहाल यह प्रक्रिया अभी जारी है।
मनीष हत्याकांड: प्रोग्रेस रिपोर्ट
- 27 सितंबर की देर रात गोरखपुर के होटल में पीटकर हत्या
- 28 को पोस्टमॉर्टम के बाद 6 पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस दर्ज
- 29 सितंबर की सुबह परिजन शव लेकर कानपुर पहुंचे
- 30 सितंबर को मनीष का अंतिम संस्कार किया गया
- 2 अक्टूबर से इस मामले की जांच कानपुर एसआईटी ने शुरू की।
- 10 अक्टूबर को मुख्य आरोपी इंस्पेक्टर और दरोगा गिरफ्तार
- 12 अक्टूबर को पुलिस ने दो आरोपी किए गिरफ्तार
- 13 अक्टूबर को पुलिस ने मुख्य आरक्षी कमलेश यादव को किया गिरफ्तार
- 16 अक्टूबर को पुलिस ने आखिरी आरोपी दरोगा विजय यादव को गिरफ्तार किया।
- 2 नवंबर को सीबीआई ने इस मामले में केस दर्ज कर अपनी जांच शुरू की।
- 7 जनवरी को सीबीआई ने सभी पुलिस वालों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी।