कोरोना के कहर से ज्वेलरी मार्केट लॉक
- लॉकडाउन से जेम्स एंड ज्वैलरी सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित, कानपुर मे ज्वैलर्स और ज्वैलरी बनाने वाले कामगारों की हालत बेहद खराब
- बाजार खुलने पर ही हालत सुधरने की उम्मीद, किसी राहत की नहीं सिर्फजरूरी इतजामों के साथ बाजार खोले जाने की परमीशन मांग रहे कारोबारीKANPUR: कोरोना वायरस की वजह से लागू किए गए लॉकडाउन ने सिटी के जेम्स एंड ज्वैलरी मार्केट को भी पूरी तरह लॉक कर दिया है। मार्च से ही शोरूम और मैनुफैक्चरिंग युनिटें बंद होने से ज्वैलरी मेकिंग में लगे कामगारों से लेकर पूरे ज्वैलरी सेक्टर को बुरी तरह से प्रभावित किया है। कानपुर, जहां से यूपी के कई सिटीज में ज्वैलरी का कारोबार होता है। वहां यह ज्वैलरी का बिजनेस पूरी तरह से बंद है। ऐसे में सैकड़ो छोटे ज्वैलरी व्यापारियों की हालत तो और भी खराब कर दी है। हालांकि इन व्यापारियों का भी मानना है कि वायरस से बचाव के लिए लॉकडाउन का फैसला सही था, लेकिन लगातार बाजार और व्यापार बंद नहीं रखा जा सकता। ऐसे में वह जरूरी इंतजामों के साथ बाजार खोले जाने की मांग कर रहे हैं।
एक महीने में जीरो व्यापारपवन ज्वैलर्स के ओनर पवन वर्मा बताते हैं कि लॉकडाउन के बाद से ही पूरा व्यापार बंद पड़ा है। जबकि खर्चे पहले की ही तरह हैं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान ही अक्षय तृतीया भी पड़ी थी। यह दिन ज्वैलरी की खरीददारी के सबसे बड़े दिनों में से एक होता है ,लेकिन लॉकडाउन की वजह से 5 परसेंट व्यापार भी नहीं हुआ। वहीं कानपुर महानगर सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज अरोरा बताते हैं कि कोरोना वायरस से तो अभी छुटकारा मिलने नहीं वाला। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग समेत वायरस से बचाव के लिए जरूरी उपाय करते हुए व्यापार शुरू करने की परमीशन जिला प्रशासन को देनी चाहिए।
्र------- कानपुर में जेम्स एंड ज्वैलरी सेक्टर- प्रतिदिन गोल्ड की खपत- 25 से 35 किलो अक्षय तृतीया में सोने की खपत- 150 किलो धनतेरस में सोने की खपत- 160 किलो छोटी बड़ी कुल ज्वैलरी शॉप- 1,800 ज्वैलरी व्यवसाय से जुड़े लोग- 22 हजार आंकड़े- कानपुर महानगर सर्राफा एसोसिएशन के पदाधिकारियों के मुताबिक --------- वर्जन- कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉकडाउन का फैसला सही है, लेकिन ज्यादा दिनों तक व्यापार बंद नहीं रख सकते। हम वायरस से बचाव के लिए सभी जरूरी उपाय करने के लिए तैयार है। शासन प्रशासन मार्केट खोलने या कोई दूसरी वैकल्पिक व्यवस्था बनाने पर विचार करे। - भरत चंद्र सेठ, लाला काशीनाथ सेठ ज्वैलर्स ---------------लॉकडाउन से जेम्स एंड ज्वैलरी सेक्टर को काफी नुकसान हुआ है। डेढ़ महीने से व्यापार पूरी तरह से बंद है, लेकिन ज्यादा दिनों तक ऐसी स्थिति से व्यापार को काफी नुकसान होगा। वायरस से बचाव के लिए हम सभी व्यवस्थाएं करने के लिए तैयार हैं।
- रवि कपूर, केज ज्वैलर्स ----------- बाजार को लगातार बंद रखने से व्यापार और उससे जुड़े लोगों ,कामगारों पर बहुत खराब असर पड़ा है। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना पड़ेगा। धीरे धीरे ही सही व्यापार शुरू करने की अनुमति अब देनी चाहिए। जो नियम होगा उसे हर तरह से फॉलो करेंगे। - परमजीत सिंह, एस बिशन सिंह ज्वैलर्स बाजार खुलने पर ही हालात में सुधार आ सकेगा। लॉकडाउन चल रहा है ऐसे में अभी तो कोई सेल है नहीं जबकि खर्चे उतने ही है। हम रियायतों की बजाय पूरी सावधानी बरतते हुए सिर्फबाजार खोले जाने का ही इंतजार कर रहे हैं। प्रशासन इस पर तुरंत फैसला करे। - पवन कुमार वर्मा, पवन ज्वैलर्स ------------कोरोना वायरस से बचाव के लिए ज्वैलरी व्यापारी अपने अपने शोरूम में नियम का पालन करते हुए हर संभव इंतजाम करने के लिए तैयार हैं। सरकार को व्यापार शुरू करने की इजाजत देनी चाहिए। ज्वैलरी बनाने वाले कामगार भी बहुत परेशान हो रहे।
-प्रशांत जैन, पीबी सोसाइटी ज्वैलर्स