अक्षय तृतीया पर चमका ज्वैलरी बाजार, कारोबार 70 करोड़ पार
कानपुर (ब्यूरो) कोरोना की वजह से अक्षय तृतीया पर साल 2020 और 2021 में सराफा दुकानें नहीं खुल सकी थीं। सिर्फ पहले से बुकिंग के हिसाब से ही ज्वैलरी की डिलीवरी की गई थी। जबकि 2022 में नजारा कुछ और था, और ज्वैलरी खरीदने वालों की भरमार थी। वहीं, इस बार पिछले साल से भी ज्यादा बाजार में रौनक दिखी। शनिवार सुबह से ही अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर लोग ज्वैलरी खरीदने के लिए सर्राफा बाजार में आना शुरू हो गए। दोपहर ढलते ही कस्टमर्स की संख्या बढ़ती चली गई। महिलाओं ने शीशे के सामने बैठ कर गहनों को पहन कर भी देखा और पसंद किया।
बिरहाना रोड पर ज्यादा कस्टमर्स
अक्षय तृतीया पर सबसे ज्यादा चहल-पहल बिरहाना रोड के शोरूम में देखी गई। साथ ही नयागंज, चौक सराफा, गोविंद नगर, श्यामनगर, पीरोड, स्वरूप नगर समेत अन्य सराफा बाजार में रौनक रही। मनीराम बगिया के रहने वाले सुमित पांडेय ने बताया कि अगले महीने उनके घर में शादी है। इस वजह से अक्षय तृतीया के शुभ घड़ी में बिरहाना रोड के ज्वैलरी शोरूम में गहने खरीदने आए हैं। साथ ही कई ऐसे कस्टमर्स भी थे, जिन्होंने इन्वेस्टमेंट के तौर पर ज्वैलरी की खरीददारी की है। जिसका आंकड़ा नहीं मिल सका।
सौ करोड़ का कारोबार
आल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा के मुताबिक पिछले तीन सालों के मुकाबले अक्षय तृतीया पर इस बार सबसे ज्यादा ज्वैलरी की ब्रिकी हुई है। इसमें लोगों की पहली पसंद सोना रहा है। एक अनुमान के मुताबिक सबसे ज्यादा सोने की ज्वैलरी का कारोबार हुआ है। इसमें 62 करोड़ रुपये का सोना, 7.50 करोड़ रुपये की चांदी और कुछ हीरे की ज्वैलरी भी बिक्री की गई।
6 दिन पहले से 300 रुपये सस्ता
17 अप्रैल को सोने का रेट 62,300 रुपये प्रति दस ग्राम था, जो 22 अप्रैल को 61,800 रुपये रहा। यानी पिछले छह दिनों में 500 रुपये रेट कम हुआ है। वहीं चांदी 17 अप्रैल को 77,600 प्रति किलो थी, जो अक्षय तृतीया के दिन 76,500 रुपए किलो थी। यानी पिछले छह दिन में चांदी का रेट भी 1100 रुपये कम हुई।
- सोने की ज्वैलरी नेकलेस, रिंग, ब्रेसलेट, चेन, झुमकी, टप्स
- सोने चांदी के एक ग्राम से लेकर दस ग्राम तक सिक्के
- लाइट वेट सोने की ज्वैलरी
- सोने और चांदी के बिस्कुट
- यूनिक डिजाइन की ज्वैलरी
क्या बोले ज्वैलर्स
पिछले तीन सालों के मुकाबले इस बार का बाजार काफी अच्छा रहा, सहालग की वजह से भी कस्टमर्स ने ज्वैलरी पर ज्यादा फोकस किया है। हीरे और चांदी के मुकाबले सोने की डिमांड ज्यादा रही है।
रवि कपूर, केज ज्वैलर्स
पवन कुमार वर्मा, पवन ज्वैलर्स इस बार ज्यादा से ज्यादा कस्टमर्स ने सोना इंवेस्ट करने को लेकर रुचि दिखाई है। इसमें सोने के साथ-साथ चांदी में भी खूब इंवेस्टमेंट किया गया है। साथ ही कुछ कस्टमर्स की हीरे की भी डिमांड रही है।
प्रशांत जैन, पीबी सोसाइटी ज्वैलर्स अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर सोने के रेट में थोड़ी कमी आने से कस्टमर्स ने सोना खरीदने को लेकर ज्यादा इंटरेस्ट दिखाया है। अक्षय तृतीया पर पिछले वर्षो की अपेक्षा इस साल कारोबार अच्छा रहा।
सैयद मोहम्मद अतहर, मुख्य प्रबंधक काशी ज्वैलर्स
एक नजर में
- 70 करोड़ रुपये का कुल कारोबार
- 62 करोड़ रुपये के बिका सोना
- 100 किलो करीब सोने के ज्वेलरी की बिक्री।
- 7.5 करोड़ रुपये के चांदी के सिक्के व जेवर बिके।
- 1,000 किलो चांदी के जेवर व सिक्के बिके।
- 900 बीआईएस में रजिस्टर्ड कारोबारी।
- 1,100 करीब अन रजिस्टर्ड कारोबारी