भारतीय संस्कृति को दर्शाती ज्वेलरी का क्रेज
कानपुर (ब्यूरो) सराफा कारोबारियों ने बताया कि इस बार मेक इन इंडिया को पूरी तरह लागू किया गया है। बाहर की ज्वेलरी दिखाते ही कस्टमर्ससमझ जाएंगे कि यह पिछले वर्ष का कलेक्शन है और लोग त्योहार-शादी में कुछ नया खरीदना चाहते हैं। इसीलिए जो डिजाइन बाहर से आती थीं, अब उन्हें यहीं बनवाया जा रहा है। इन डिजाइनों को कस्टमर्स खूब पंसद कर रहे हैं, जिसमें खासकर कंगन और नेकलेस शामिल है।
बढ़ रही कस्टमर्स की संख्या
बिरहाना रोड लाला काशीनाथ ज्वेलर्स ने बताया कि तीन साल पहले सोने के भाव लगभग 42 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम था, चांदी 38 हजार रुपए किलो के आसपास थी। अब बीस अक्टूबर को सोना लगभग 52 हजार रुपए है। ऐसे में जो कस्टमर्स पहले 100 ग्राम सोने के जेवर खरीदना चाहते थे, उनका बजट कुछ हद तक कम जरूर हुआ है, लेकिन सोना खरीदने वालों में अब लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आज के समय में हर कोई सोना इनवेस्ट करने के तौर पर देख रहा है।
30 से 70 हजार के बीच सेट
कस्टमर्स की डिमांड को देखते हुए ज्यादातर ज्वेलर्स 30 से 70 हजार रुपए के बीच ज्वेलरी बना रहे हैं। जिसमें पांच ग्राम से लेकर पन्द्रह ग्राम की ज्वेलरी शामिल है। इसमें कंगन और नेकलेस पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। इन दिनों ज्वेलरी शॉप पर अधिकतर कस्टमर्स दीपावली से ज्यादा सहालग को लेकर ज्वेलरी खरीद रहे हैं। लगातार बढ़ती डिमांड की वजह से ज्वेलर्स कस्टमर के आर्डर के हिसाब से ज्वेलरी डिजाइन कर रहे हैं।
दीपा अग्रवाल, सोना चांदीस ज्वेलर्स, बिरहाना रोड दीपावली के कुछ दिनों बाद सहालग शुरू हो जाएगी। ऐसे में इन दिनों सोना सस्ता होने से कई लोग सहालग को लेकर भी शॉपिंग कर रहे हैं। जिसमें नेकलेस से लेकर पूरे सेट की डिमांड रहती है। ऐसे में इन कस्टमर्स को ध्यान में रखते हुए लाइट वेट और हैवी वेट की कई सारी ज्वेलरी डिजाइन की गई है।
अनुराग अग्रवाल, बाजीनाथ रामकिशोर ज्वेलर्स, स्वरूप नगर
इस बाद युवाओं में भी ज्वेलरी को लेकर काफी क्रेज है, कई युवा डायमंड रिंग से लेकर ब्रेसलेट की डिमांड करते हैं, इसके अलावा महिलाएं भी लाइट वेट में रिंग, नोज रिंग, नेकलेस, लॉकेट समेत ज्वेलरी की डिमांड करती है। जिसे लेकर अलग-अलग कई डिजाइनों में ज्वेलरी तैयार की गई है।
भरत चंद सेठ, लाला काशीनाथ, बिरहाना रोड
विवेक गुप्ता, लाला पुरुषोत्तम दास, बिरहाना रोड