अशरफ अली बनकर हवाई रूट से फरार हुए इरफान सोलंकी
कानपुर(ब्यूरो) अपनी तहरीर में प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार दुबे ने बताया कि जाजमऊ में दर्ज केस 127/22 की विवेचना उनके द्वारा की जा रही है। इस मामले में इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी आरोपी हैैं। साथ में 50 अज्ञात भी आरोपी हैैं। आरोपियों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू (गैर जमानती वारंट) जारी किए जा चुके हैैं। पुलिस की तीन टीमें इरफान, रिजवान और उसके साथियों की तलाश कर रही हैैं।
अशरफ अली के नाम से आधार कार्ड
पुलिस के मुताबिक जानकारी हुई कि वांछित अभियुक्त इरफान सोलंकी अपनी पहचान छिपा कर भागने के लिए ग्वालटोली में रहने वाली महिला नूरी शौकत और नूरी के भाई अशरफ अली उर्फ शेखू, नूरी के रिश्ते के मौसा इशरत, नूरी का ड्राइवर अम्मार ईलाही उर्फ अली, इरफान सोलंकी की पत्नी का भाई अनवर मंसूरी और अख्तर मंसूरी आदि के साथ अशरफ अली के नाम से फर्जी आधार कार्ड (कूट रचित दस्तावेज) षडयंत्र पूर्वक बना कर अपनी असल पहचान छिपाने के लिए उसका इस्तेमाल किया गया।
नूरी ने अपने अकाउंट से दी रकम
पुलिस के मुताबिक नूरी शौकत ने अपने अकाउंट से अशरफ अली के नाम से हवाई जहाज का टिकट निकाला। इस एयर टिकट को लेकर इरफान सोलंकी खुद को अशरफ अली दर्शा कर इसी नाम से दिल्ली एयरपोर्ट में इंट्री कर गया। 11 नवंबर को इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से इंटरनेशनल एयरपोर्ट मुंबई (सीएसआईएटी-टू) तक का सफर इंडिगो की फ्लाइट संख्या (6 ई2138) सीट -31 पर किया। पुलिस ने मुंबई और दिल्ली एयरपोर्ट की फुटेज भी ले ली है, जिसमें इरफान साफ दिखाई दे रहे हैैं।
नई दिल्ली में एयरपोर्ट तक विधायक व उनके भाई को नूरी शौकत व उसका ड्राइवर अली छोडऩे गया था। मुम्बई पहुंचने पर इरफान के सालों ने भागने में मदद के उद्देश्य से इन्हें स्कूटी व प्राइवेट टैक्सी मुहैया कराई। इस पूरे खेल में नूरी शौकत का मौसा अशरफ भी शामिल रहा। फर्जी आधार कार्ड से एयरपोर्ट अथॉरिटी को भी धोखा देने का भी काम किया गया है। इन लोगों के खिलाफ एफआईआर
इरफान सोलंकी, रिजवान सोलंकी, ग्वालटोली निवासी नूरी शौकत, अशरफ अली उर्फ शेखू नूरी, इशरत, अम्मार इलाही उर्फ अली, अनवर मंसूरी, अख्तर मंसूरी और अली।
इन धाराओं में दर्ज हुआ केस
212- अपराधी को संरक्षण देने वाला या पालने वाला
419 - प्रतिरूपण द्वारा छल करना
420 - धोखाधड़ी करना, छल करना
467 - मूल्यवान प्रतिभूति की कूट रचना करना
468 - छल करने के लिए यूज किया जाने वाला दस्तावेज
471- इलेक्ट्रॉनिक यंत्र की मदद से बनाए जाने वाला दस्तावेज
120-बी - किसी भी गंभीर अपराध के लिए षडयंत्र रचना
अशोक कुमार दुबे, वादी व प्रभारी निरीक्षक थाना जाजमऊ