क्लॉस में पुलिस अंकल बताएंगे कि मुसीबत में क्या करें
- पुलिस कमिश्नरेट अब ऑनलाइन क्लासेस में देंगे बच्चों के सवालों के जवाब
- पुलिस कमिश्नर ने बनाया प्लान, हर एक को हेल्पलाइन नंबर पता होने चाहिएkanpur : बच्चों की ऑनलाइन क्लासेज में अब स्क्रीन पर टीचर की जगह पुलिस अंकल दिखाई देंगे। ये बच्चों को आस पास रहने वाले बैड एलीमेंट्स से कैसे बचा जाए? बताएंगे। साथ ही ट्रैफिक के नियमों और विभाग जो चिन्ह इस्तेमाल कर रहा है, उसकी जानकारी भी दी जाएगी। हेलमेट की उपयोगिता, ड्राइविंग लाइसेंस क्यों जरूरी है, ये बताया जाएगा। पुलिस की नीतियां और हाईटेक पुलिस का इस्तेमाल करने के साथ ही पुलिस दादा-दादी के हाल चाल भी लेगी। अधिकारियों का ये मानना है कि जब बच्चे पापा को हेलमेट, कार मे सीट बेल्ट लगाने और ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए कहेंगे तो बच्चों के पापा मना नहीं कर पाएंगे। इससे दो लाभ होंगे यातायात नियमों का पालन होगा और हादसों में हेड इंजरी से मरने वालों की संख्या भी काफी घटेगी।
बच्चों के लिए आॅनलाइन क्विजअधिकारियों के मुताबिक जो काम परिवार वालों को सिखाए जाने चाहिए, वह पुलिस बच्चों को सिखाएगी। दरअसल एकल फैमिली और दादा-दादी व नाना-नानी के अलग रहने से बच्चे किस्से और कहानियों से दूर रहकर ऑनलाइन मोबाइल में गेम खेलते रहते हैं। अधिकारियों के मुताबिक अभी ऑनलाइन क्लासेज में बच्चों को सामाजिक ज्ञान की जानकारी के साथ तमाम जानकारी दी जाएंगी। बाद में ऑफलाइन क्लासेज होने पर क्लॉस में जानकारी दी जाएंगी। इस क्लॉस के दौरान कोरोना काल में घर में किसको कोरोना हुआ और वैक्सीनेशन हुआ या नहीं। इसकी जानकारी भी ली जाएगी। कोरोना से बचाव के लिए आपके घर में क्या इंतजाम किए गए और क्या इंतजाम करने चाहिए, ये भी बताया जाएगा।
दशा और दिशा में सुधार की योजना यूपी सरकार ने बचपन से बच्चों की दिशा और दशा सुधारने की पहल की है, जिसके अंतर्गत प्लान बनाकर इस योजना को मूर्तरूप दिया जाएगा। ऑनलाइन पुलिस अंकल थाने से बच्चों के संपर्क में रहेंगे। स्कूलों से प्रबंधकों से इस विषय में बैठक कर ब्लू प्रिंट तैयार किया जाएगा। जिस इलाके का स्कूल होगा उस इलाके के डीसीपी और एडीसीपी को क्लॉस में शामिल किया जाएगा। बड़े स्कूलों में एसीपी भी इस प्रोग्राम में हिस्सा लेंगे। पुलिस की हेल्पलाइन नंबरों कीइस क्लॉस में पुलिस समाज के लिए क्या कर रही है? पुलिस की मदद के लिए क्या करना होगा? पुलिस की कौन सी हेल्प लाइन नंबर क्या कर रही है। इन हेल्पलाइन नंबरों से आम आदमी की मदद कैसे हो सकती है? ये भी बताया जाएगा। साथ ही साइबर क्राइम को कैसे रोका जाए। इससे बचाव के तरीके भी बताए जाएंगे। साइबर क्राइम किस-किस तरह हो सकते हैं। इसकी पम्फलेट बंटवाई जाएगी। जिससे बच्चे घर जाकर परिवार वालों को इसकी जानकारी दे सकें।
'' बच्चों की दशा और दिशा सुधारने की यूपी सरकार की योजना है। जिसमें कानपुर पुलिस कमिश्नरेट अपना पूरा योगदान देगी.'' असीम अरुण, सीपी कानपुर प्लान एक नजर में कुछ छोटे बड़े स्कूल : 63 क्लॉस में पढ़ाएंगे: 16 आईपीएस फिजिकल ट्रेनिंग देंगे : 6 पीटीआई महिला अधिकारी : 5 शामिल होंगी एक दिन में टारगेट : 6 स्कूल